न्यूज 127, नई दिल्ली
हरिद्वार से सांसद और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने 13 से 15 वर्ष के आयु वर्ग के छात्रों में तंबाकू सेवन की बढ़ती प्रवृत्ति को लेकर गहरी चिंता जताई। उन्होंने शिक्षा मंत्रालय से लिखित प्रश्न किया कि क्या वह इस समस्या से अवगत है और इसके निराकरण के लिए क्या ठोस कदम उठाए जा रहे हैं।
सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत ने शिक्षा मंत्रालय से यह भी जानना चाहा कि क्या सरकार ने “तंबाकू मुक्त शैक्षणिक संस्थान (TOFEI)” पहल के अंतर्गत लागू की गई सर्वोत्तम प्रथाओं की पहचान की है और क्या उन्हें देशभर में दोहराने की कोई योजना बनाई गई है।
इसके जवाब में केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री जयन्त चौधरी ने बताया कि वैश्विक युवा तंबाकू सर्वेक्षण (GYTS-4), 2019 के अनुसार 13–15 वर्ष की आयु के करीब 8.4% भारतीय छात्र किसी न किसी रूप में तंबाकू का सेवन करते हैं। इस प्रवृत्ति को रोकने के लिए सरकार ने कई महत्त्वपूर्ण कदम उठाए हैं।
राज्य मंत्री जयन्त चौधरी ने बताया कि वर्ष 2008 में जारी TOFEI दिशानिर्देशों को 2019 में अद्यतन किया गया और 2024 में नया मैनुअल जारी करते हुए सभी राज्यों को इसके सख्त अनुपालन का निर्देश दिया गया। इसके अलावा, मई 2025 में एक महीने का विशेष प्रवर्तन अभियान चलाया गया, जिसमें स्कूल परिसरों के 100 गज के भीतर तंबाकू उत्पादों की बिक्री पर रोक लगाने, संस्थानों को ‘तंबाकू मुक्त क्षेत्र’ घोषित करने और व्यापक जागरूकता गतिविधियाँ शामिल थीं।
राज्य मंत्री जयन्त चौधरी ने बताया कि “तंबाकू को ना, स्वास्थ्य को हाँ” जैसे संदेशों के ज़रिए विद्यार्थियों को जोड़ा गया, जिसमें 69,000 से अधिक छात्रों ने सक्रिय भागीदारी की। वहीं “स्कूल चैलेंज: तंबाकू मुक्त पीढ़ी की ओर” अभियान के तहत रैलियों, नुक्कड़ नाटकों, पोस्टर व नारा लेखन जैसी गतिविधियाँ कराई गईं। अब तक 4,000 से अधिक स्कूल इस अभियान से जुड़ चुके हैं।
राज्य मंत्री जयन्त चौधरी ने यह भी बताया कि आंध्र प्रदेश, पुडुचेरी और मेघालय जैसे राज्यों ने इस अभियान में सर्वोत्तम प्रथाएँ अपनाई हैं। आंध्र प्रदेश ने TOFEI दिशानिर्देशों का स्थानीय भाषाओं में अनुवाद किया है, पुडुचेरी ने लाइव ऑर्गन म्यूज़ियम के ज़रिए जागरूकता फैलाई है, जबकि मेघालय में विद्यार्थी नेतृत्व में जागरूकता कार्यक्रम चलाए गए हैं।
सांसद त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि बच्चे देश का भविष्य है। हमारे बच्चों को तंबाकू जैसी घातक आदतों से बचाना बेहद जरूरी है। सरकार के प्रयास सराहनीय हैं, लेकिन जब तक समाज, अभिभावक और शिक्षक इसमें सक्रिय रूप से सहयोग नहीं करेंगे, ‘तंबाकू मुक्त शैक्षणिक संस्थान’ का सपना साकार नहीं हो पाएगा।”
सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत ने पूछा सवाल, किशोर नशे की लत का शिकार, क्या कर रही सरकार ?





