हरिद्वार से फेरूपुर तक का मार्ग डेढ़ लेन चौड़ीकरण और निर्माण कार्यों में गुणवत्ता सर्वोच्च प्राथमिकता




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न्यूज127, हरिद्वार
हरिद्वार कुंभ पर्व 2027 को दिव्य, भव्य और सुव्यवस्थित रूप से संपन्न कराने के लिए मेला प्रशासन ने तैयारियों की रफ्तार को तेज कर दिया है।
मेला क्षेत्र में आधारभूत ढांचे का विस्तार, यातायात प्रबंधन, स्वच्छता व्यवस्था और सुरक्षा मानकों को सुदृढ़ करने की दिशा में युद्धस्तर पर कार्य किया जा रहा है। हरिद्वार की प्रतिष्ठा के दिव्य और भव्य स्वरूप में कुंभ पर्व आयोजित किया जाएगा। श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की कोई परेशानी ना हो, इसके लिए वृहद स्तर पर तैयारियां की जा रही है।

मेला नियंत्ररण कक्ष में मेलाधिकारी सोनिका ने पत्रकारों से विस्तृत वार्ता करते हुए बताया कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अपेक्षाओं के अनुरूप कुंभ पर्व के कार्य कराए जा रहे है। समस्त अखाड़ों के प्रमुख साधु संतों से लगातार मार्गदर्शन लिया जा रहा है। शासन स्तर से मिले निर्देशों के अनुरूप
निर्माण कार्यों में तेजी—कई परियोजनाओं की टेंडर प्रक्रिया, अनेक स्थानों पर कार्य प्रगति पर है।

मेलाधिकारी सोनिका ने बताया कि मेला क्षेत्र में विभिन्न विभागों द्वारा किए जा रहे निर्माण कार्यों की लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है।
सिंचाई विभाग की प्रमुख परियोजनाओं में—

ऋषिकुल से साक्षी सतनाम घाट (लक्ष्मण/भरत घाट) तक 810 मीटर लंबे तटवर्ती क्षेत्र का निर्माण कार्य प्रगति पर है।
अमरापुर घाट से ऋषिकुल पुल–शंकराचार्य चौक (तुलसी घाट) तक 770 मीटर का निर्माण कार्य भी तेज गति से आगे बढ़ रहा है।
धनौरी–सिडकुल लिंक मार्ग की मरम्मत कार्य हेतु टेंडर प्रक्रिया जारी है।

लोक निर्माण विभाग (PWD) की महत्वपूर्ण परियोजनाओं में—
बहादराबाद–सिडकुल फोरलेन मार्ग से भेल बैरियर-06, शिवालिक नगर चौक होते हुए भेल मध्य मार्ग तक चौड़ीकरण और सुदृढ़ीकरण के लिए टेंडर प्रक्रिया पूर्ण की जा चुकी है।
राष्ट्रीय राजमार्ग 334 पर पतंजलि योगपीठ से सहदेवपुर–दिनारपुर–सुभाषगढ़ होते हुए राजमार्ग 334-A पर फेरूपुर तक मार्ग का डेढ़ लेन चौड़ीकरण एवं सुदृढ़ीकरण कार्य के लिए टेंडर प्रक्रिया सक्रिय है।

मेलाधिकारी सोनिका ने बताया कि सभी निर्माण कार्य तय समयसीमा के अंदर, उच्च गुणवत्ता मानकों के साथ पूरे किए जाएंगे। किसी भी स्तर पर ढिलाई या लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

स्वच्छता को सर्वोच्च वरीयता—कुंभ क्षेत्र में व्यापक योजना

मेलाधिकारी सोनिका ने कहा कि कुंभ मेले में प्रतिदिन लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं का आगमन होता है, ऐसे में स्वच्छता व्यवस्था अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने बताया कि स्वच्छता पर विशेष फोकस रखते हुए कूड़ा निस्तारण व्यवस्था को आधुनिक तकनीक से लैस किया जाएगा, घाटों और प्रमुख मार्गों पर नियमित सफाई एवं निगरानी व्यवस्था लागू होगी, मोबाइल शौचालय, कंटेनरयुक्त डस्टबिन तथा कचरा संग्रहण वाहनों की संख्या बढ़ाई जाएगी।

यातायात प्रबंधन—पार्किंग स्थलों का चिन्हांकन

मेलाधिकारी सोनिका ने बताया कि श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए जाम की स्थिति से बचाव प्रशासन की प्राथमिकता है। मेलाधिकारी ने बताया कि मेला क्षेत्र के आसपास पार्किंग स्थलों का चिन्हांकन किया जा रहा है। भीड़भाड़ वाले मार्गों को वन-वे सिस्टम, डायवर्जन और ट्रैफिक बैरियर से नियंत्रित किया जाएगा। आपातकालीन सेवाओं के लिए अलग कॉरिडोर तैयार किया जा रहा है।

अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई — मेला क्षेत्र में अवैध कब्जों पर रोक

मेलाधिकारी सोनिका ने कहा कि कुंभ मेले की तैयारियों को देखते हुए अतिक्रमण को किसी भी स्तर पर अनुमति नहीं दी जाएगी।
उन्होंने बताया कि— मेला क्षेत्र में निरंतर विशेष अभियान चलाया जा रहा है। अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई रोजाना की जा रही है। किसी भी प्रकार का स्थाई या अस्थाई कब्जा सख्ती से रोका जाएगा। स्टेकहोल्डरों के साथ संवाद—सुझाव भी शामिल किए जा रहे हैं

मेलाधिकारी सोनिका ने बताया कि कुंभ पर्व के बेहतर आयोजन के लिए विभिन्न विभागों, संस्थाओं और सामाजिक संगठनों के साथ बैठकों का दौर जारी है। उन्होंने कहा कि सभी स्टेकहोल्डरों के सुझावों को योजनाओं में शामिल कर मेले की व्यवस्थाओं को और बेहतर बनाया जाएगा। साथ ही उन्होंने आमजन से भी सहयोग की अपील की।

प्रेस वार्ता के दौरान अपर मेलाधिकारी दयानंद सरस्वती, प्रभारी जिला सूचना अधिकारी रती लाल शाह, तथा विभिन्न मीडिया संस्थानों के प्रतिनिधि मौजूद रहे।