हरिद्वार में कई क्लीनिकों पर 50,000 जुर्माना, पंजीकरण निरस्त करने की कार्रवाई शुरू




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हरिद्वार
नियमों और मानकों को ताक पर रखकर चलने वाले निजी अस्पताल अब जिला चिकित्सालय प्रशासन की जद में आ गए है। प्रशासन की टीम लगातार औचक निरीक्षण कर शिकंजा कसने की तैयारी कर चुकी है। इसी क्रम में अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी हरिद्वार डॉ. रमेश कुंवर ने सोमवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ जनपद हरिद्वार के सुल्तानपुर व धनपुरा क्षेत्र में स्थित कई निजी चिकित्सालयों का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान लविश क्लीनिक, आदित्य क्लीनिक, मैक्स मेडिकेयर, L.M. हॉस्पिटल, ग्लोबल हॉस्पिटल, क्लासिक हॉस्पिटल, वेल केयर हॉस्पिटल तथा गैलेक्सी हॉस्पिटल में कई गंभीर अनियमितताएँ पाई गईं।

जाँच में यह तथ्य सामने आया कि कई अस्पतालों का संचालन बिना पंजीकृत चिकित्सकों व प्रशिक्षित पैरामेडिकल स्टाफ के किया जा रहा था। इसके साथ ही अस्पतालों में चिकित्सालय संचालन हेतु आवश्यक न्यूनतम मानकों, जैसे— मेडिकल वेस्ट निस्तारण, अग्नि सुरक्षा नियमों एवं नैदानिक स्थापना अधिनियम के प्रावधानों का भी पालन नहीं पाया गया।

इन गंभीर लापरवाहियों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने संबंधित सभी चिकित्सालयों पर 50,000 का आर्थिक दंड निर्धारित किया है। साथ ही चिकित्सालयों के पंजीकरण एवं लंबित आवेदनों को निरस्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
औचक निरीक्षण के दौरान एसीएमओ डॉ. रमेश कुंवर के साथ कनिष्ठ सहायक राजन ठाकुर एवं एसटीएस अवनीश कुमार उपस्थित रहे। स्वास्थ्य विभाग ने स्पष्ट किया है कि जनपद में बिना मानकों के चल रहे किसी भी संस्थान को बख्शा नहीं जाएगा तथा आगे भी ऐसे निरीक्षण जारी रहेंगे।