एचआरडीए का सुशासन कैंप बना जनता के लिए राहत का केंद्र, 54 मानचित्रों का निस्तारण




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हरिद्वार/रुड़की
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के सरलीकरण, समाधान, निस्तारण एवं संतुष्टि के मंत्र को धरातल पर उतारते हुए हरिद्वार–रुड़की विकास प्राधिकरण ने शुक्रवार को शाखा कार्यालय रुड़की के सभागार में सुशासन कैंप का आयोजन किया। उल्लेखनीय है कि इससे पूर्व भी दो सुशासन कैंप आयोजित किए जा चुके हैं, जिनमें जनता को प्रत्यक्ष लाभ मिला है।

कैंप में बड़ी संख्या में नागरिक एवं आवेदक अपनी विभिन्न समस्याओं के समाधान हेतु पहुँचे। इस अवसर पर सचिव एचआरडीए मनीष कुमार सिंह, संयुक्त सचिव दीपक रामचंद्र सेठ, अधीक्षण अभियंता राजन सिंह, सहायक अभियंता वर्षा, सहायक अभियंता प्रशांत सेमवाल, टेक्निकल कंसल्टेंट गोविंद, अवर अभियंता सहित अन्य संबंधित अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।

कैंप की अध्यक्षता करते हुए एचआरडीए की उपाध्यक्ष सोनिका ने प्रकरणों की गहन समीक्षा की और अधिकारियों को निर्देशित किया कि प्रत्येक आवेदक की समस्या का निस्तारण त्वरित, पारदर्शी और संतोषजनक ढंग से किया जाए, ताकि आमजन को सुशासन का वास्तविक लाभ मिल सके। उन्होंने कहा कि सरकार की मंशा के अनुरूप जनता को कार्यालयों के चक्कर न लगाने पड़ें, यही सुशासन कैंप का उद्देश्य है।

कैंप के दौरान कुल 54 मानचित्रों का निस्तारण किया गया, जिनमें 33 मानचित्र स्वीकृत तथा 21 मानचित्र निर्गत किए गए। त्वरित समाधान और सहज प्रक्रिया से आवेदकों में विशेष उत्साह देखने को मिला। लाभार्थियों ने धामी सरकार की इस पहल और एचआरडीए की कार्यप्रणाली की मुक्तकंठ से सराहना की।

एचआरडीए ने जानकारी दी कि अगला सुशासन कैंप आगामी 22 दिसम्बर को तहसील भगवानपुर के सभागार में आयोजित किया जाएगा। प्राधिकरण ने समस्त नागरिकों से अपील की है कि वे सुशासन कैंप में पहुँचकर अपने निर्माण मानचित्र, शुल्क निस्तारण, तकनीकी समाधान एवं अन्य विकास संबंधी मामलों का त्वरित समाधान प्राप्त करें।