नवीन चौहान
हरिद्वार के नये पुलिस कप्तान सेंथिल अबुदेई को हरिद्वार के युवाओं को नशे की लत से उबारने की सबसे बड़ी चुनौती है। वही मादक पदार्थो की तस्करी करने वाले असामाजिक तत्वों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेजने की भी चुनौती है। इस दोहरी चुनौती से पार पाने के लिए एक व्यापक स्तर पर अभियान चलने की जरूरत है। ऐसे में नये पुलिस कप्तान की ताजपोशी से जनता को उम्मीद की किरण दिखाई देने लगी है। एसएसपी का पूर्व जनपद में रहने का अनुभव भी जनता को मिलेगा।
बताते चले कि हरिद्वार जनपद में विगत कई सालों के भीतर अवैध शराब, स्मैक, गांजे के अलावा नशीले कैप्सूल का कारोबार बढ़ा है। युवा नशे की गर्त की ओर जाने लगे। तत्कालीन एसएसपी कृष्ण कुमार वीके ने मादक पदार्थो की तस्करी करने वालों पर लगाम लगाकर रखी। युवाओं को जागरूक करने के लिए स्कूलों में जनजागरण अभियान चलाया। नशे की कुरीतियों से दूर रहने की सलाह देते हुए हरिद्वार पुलिस ने युवाओं को प्रेरित किया। लेकिन हरिद्वार में पैर जमा चुके तस्करों की जड़े मजबूत हो चुकी थी। हालांकि पुलिस के अन्य कार्यो के चलते इस मुहिम से माफियाओं में खौफ तो हुआ लेकिन प्रभावी कार्रवाई नहीं हो पाई। तस्करों को पकड़कर जेल तो भेजा गया। लेकिन उनके सरगनाओं तक पुलिस के हाथ नहीं पहुंचे। इसी दौरान रिधिम अग्रवाल को हरिद्वार का एसएसपी बनाया गया। करीब साढ़े तीन माह के छोटे से कार्यकाल में तत्कालीन एसएसपी रिधिम अग्रवाल ने हरिद्वार की भौगोलिक स्थिति को समझा और अपराधों की प्रवृत्ति तथा असामाजिक तत्वों की कुंडली बनवानी शुरू की। जनपद पुलिस आधुनिक तरीके से अपराधों पर अंकुश लगाने और माफियाओं की कुंडली बनाने में जुट गई। हालांकि इस दौरान भी नशीले पदार्थो के तस्कर पर प्रभावी कार्रवाई नही हो पाई। उनके बाद जिले का चार्ज आईपीएस जन्मेजय खंडूरी को मिला। तत्कालीन एसएसपी जन्मेजय खंडूरी का कार्यकाल भी बहुत कम वक्त के लिए रहा। इस दौरान उन्होंने भी हरिद्वार जनपद में अपराधों पर अंकुश लगाने की पहल की तमाम गतिविधियों को जाना। उन्होंने लंबित मुकदमों की विवेचनाओं और घटनाओं के पर्दाफाश करने के साथ ही अपराधियों पर नकेल कसने तक ही सीमित हो गए। उनके कार्यकाल में भी मादक पदार्थो के तस्करों पर ठोस कार्रवाई नही हो पाई। हरिद्वार में ऐतिहासिक कांवड़ मेला संपन्न सकुशल संपन्न कराने का कीर्तिमान कराने के साथ ही शासन ने उनका जनपद हरिद्वार से तबादला कर कुंभ मेला एसएसपी बनाकर भेज दिया। ऐसे में हरिद्वार जनपदवासियों की सुरक्षा के लिए एक बार फिर नये पुलिस कप्तान सेंथिल अबूदई कृष्ण राज एस बनाए गए है। नव नियुक्त एसएसपी को जनता की कसौटी पर खरा उतरने के लिए हरिद्वार जनपद से मादक पदार्थो की रोकथाम के लिए युद्ध स्तर पर पहल करनी होगी।