नवीन चौहान
हरिद्वार में कोरोना संक्रमण से जनता को सुरक्षित बचाने के लिए सख्त लॉक डाउन की जरूरत आन पड़ी है। हरिद्वार में लगातार बढ़ती जा रही संक्रमित मरीजों की संख्या मुसीबत का सबब बन रही है। जिसके चलते लाखों जिंदगी खतरे में पड़ रही है। राज्य सरकार के पास सीमित संसाधन है। ऐसे हालात में जनता की जिंदगी को सुरक्षित बचाने का एक ही तरीका है कि राज्य सरकार संवेदनशील जनपदों में सख्त क्रफ्यू लगा दे। ताकि आम जन मानस के जीवन को बचाया जा सके।
उत्तराखंड में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। हरिद्वार, देहरादून, उधमसिंह नगर और नैनीताल में संक्रमित मरीजों का आंकड़ा प्रतिदिन बढ़ रहा है। वही हरिद्वार की बात करें तो सिडकुल की एक कंपनी में संक्रमण पूरी तरह से फैल चुका है। इस कंपनी के संक्रमित कर्मचारियों के कारण हरिद्वार के हालात पूरी तरह से बिगड़ चुके है। हरिद्वार की सभी कॉलोनियों में निवास करने वाले संक्रमित कर्मचारियों की जद में काफी लोग आ चुके है। ऐसे में इस संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए राज्य सरकार के पास लॉक डाउन के अलावा कोई विकल्प नही है। वही दूसरी ओर हरिद्वार की अर्थव्यवस्था पूरी तरह से ठप्प है। कारोबार चौपट हो चुके है। बाजार सूने पड़े है। स्कूल, कॉलेज, इंस्टीटयूट सब बंद है। ऐसी स्थिति में जनहित को ध्यान में रखते हुए लॉक डाउन करना राज्य सरकार का एक प्रभावशाली और सराहनीय कदम होगा। लॉक डाउन करने से प्रशासन और सरकार की मुश्किले भी कम हो जायेगी। जनता अपने घरों में सुरक्षित रह पायेगी और संक्रमण से बचाव होगा। फिलहाल वक्त की नजाकत एक बेहद सख्त लॉक डाउन करने की ओर इशारा कर रही है। प्रदेश के मुखिया त्रिवेंद्र सिंह रावत को भी हरिद्वार और संवेदनशील जनपदों में जल्दी ही लॉक डाउन लागू कर देना चाहिए। ताकि सरकार जन को सुरक्षित बचाकर रखने में सफल होगा। वैसे राज्य सरकार ने शनिवार और रविवार को लॉक डाउन करने का निर्णय किया हुआ है। लेकिन ये लॉक डाउन नाकाफी है। अगर सरकार आगामी 20 दिनों में सख्त लॉक डाउन करती है तो प्रदेश हित में सरकार का एक सराहनीय कदम होगा।