घटिया निर्माण के चलते गिरी श्मशान की छत, 18 लोगों की मौके पर ही मौत




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जोगेंद्र मावी
श्मशान घाट में घटिया निर्माण होने से 18—20 लोगों की मृत्यु हो गई, जबकि इतने ही गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे हैं। हादसा उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जनपद के मुरादनगर शहर में हुआ है। घायलों को बड़े स्तर पर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर निकाला गया।
रविवार को मुरादनगर के डिफेंस कॉलोनी निवासी फल विक्रेता बुजुर्ग जयराम आयु 65 साल के अंतिम संस्कार में भारी संख्या में लोग श्मशान घाट गए थे। अंतिम संस्कार के बाद सभी लोग शोक व्यक्त करने के लिए गेट से सटी गैलरी में मौन धारण करने के लिए एकत्रित हुए। जैसे की लोगों ने मौन धारण किया तो एकदम से झोपड़ी नुमा गैलरी के उपर डाला गया लिंटर गिर गया। लिंटर गिरते ही लोग उसके नीचे दब गए। लोगों की चिख पुकार मचने लगी। चिख पुकार सुनकर लोगों में हड़कंप मच गया। लिंटर के अवशेषों को हटाने के लिए लोग जुट गए। गाजियाबाद पुलिस और एनडीआरएफ की रेस्क्यू ऑपरेशन की टीम घटनास्थल पर पहुंची और राहत एवं बचाव कार्य में जुट गई। लिंटर का साइज काफी बड़ा होने के चलत हुए पुलिस ने रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए क्रेन लगाई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मलबे में फंसे लोगों को निकालने का काम शुरू किया। ​जनपद के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और घायलों को उपचार के लिए अस्पताल भिजवाया गया। लेकिन हादसे में 18 से 20 लोगों की जान चली गई, जबकि इतने ही गंभीर रूप से घायल है।
घटिया निर्माण आया सामने
मुरादनगर में श्मशान घाट के निर्माण के कार्य में घटिया सामग्री लगाने का मामला सामने आया है। पिछले करीब तीन महीने पहले झोपड़ी नुमा गैलरी का निर्माण कराया गया था। लोगों ने बताया कि सरिया को छोड़ निर्माण में घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया गया। गैलरी ढहते ही निर्माण सामग्री चूरे में तब्दील हो गई।
हरिद्वार में भी हैं गिरासू भवन
हरिद्वार में बड़ी संख्या में गिरासू भवन हैं, लेकिन नगर प्रशासन इस ओर कतई ध्यान नहीं दे रहा है। आवासीय भवनों के साथ सरकारी स्कूलों के भवन जर्जर हालत में है, जिनका कोई ध्यान नहीं दे रहा है। देश में हादसे होेने के बाद इन्हें नोटिस देकर बाद में कोई कार्रवाई नहीं होती।