गगन नामदेव
उत्तराखंड एक बार फिर बड़ी प्राकृतिक आपदा की चपेट में आ गया है। जोशीमठ में नंदादेवी ग्लेशियर टूट जाने से भारी तबाही मचने की आशंका है।
हरिद्वार जिलाधिकारी सी रविशंकर ने आपदा प्रबंधन विभाग को अलर्ट करते हुए निचले इलाकों को खाली कराने के निर्देश दे दिए हैं। आपदा प्रबंधन विभाग ने मोर्चा संभाल लिया हैं। पुलिस, प्रशासन जनता को सुरक्षित बचाने के कार्य में जुट गया है।
रविवार को जोशीमठ में नंदादेवी ग्लेशियर टूट गया। जोशीमठ के इंस्पेक्टर इंद्र सिंह ने बताया कि जोशीमठ में दो ग्लेशियर टूट गए है। ग्लेशियर के टूटने से भारी मात्रा में पानी आ गया है। इससे क्षति का आकलन करना मुश्किल है। क्योंकि अभी ग्लेशियर टूटने की ही खबर आ रही है। वहीं, ग्लेशियर टूटने की खबरों के आने से समूचे उत्तराखंड के साथ पश्चिमी उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा में दहशत फैल गई है। वहीं, हरिद्वार में जिला प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया हैं। जिलाधिकारी सी रविशंकर ने गंगा और सहायक नदियों के किनारे बसी आबादी को खाली कराने के आदेश कर दिए है। साथ ही निर्देश दिए है कि गंगा क्षेत्र में कोई व्यक्ति न जाएं। सूचना मिलते ही लोगों में दहशत मच गई है।
एसडीएम गोपाल सिंह चौहान ने बताया कि गंगा के क्षेत्र में चल रहे कार्यों को बंद कराते हुए मशीनरी को निकलवा लिया है।
रविवार की सुबह करीब 11 बजे नंदादेवी ग्लेशियर टूट गया। एकदम से इतना तेज बहाव आया कि विष्णु प्रयाग पुल जो कि धरात से 300 फीट उंचा है, उसे छूते हुए पानी बह रहा है। बदरीनाथ मंदिर के धर्माधिकारी भुवनचंद उनियाल के अनुसार नंदादेवी ग्लेशियर से तपोवन की ओर होते हुए मैदानी क्षेत्रों के लिए आ रहा है। इससे तपोवन का डैम बह गया है। सूचना आ रही है कि कई लोग तेज बहाव की चपेट में आ गए है। एसडीएम गोपाल सिंह चौहान की माने तो पानी दोपहर में करीब 3 बजे तक पहुंच जाएगा। इससे पूरे जनपद में अलर्ट जारी कर दिया।