नवीन चौहान
धरती पर धर्म की ध्वजा को लहराते हुए और मानव जाति को धर्म का मार्ग दिखाने वाले साधु संतों के स्वागत सत्कार के लिए उत्तराखंड सरकार व जिला प्रशासन पूरी तरह से पलक पांवड़े बिछाए बैठा है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत कुंभ पर्व की तैयारियों और व्यवस्थाओं की खुद मानीटरिंग कर रहे है। मेलाधिकारी दीपक रावत, आईजी कुंभ मेला संजय गुंज्याल, जिलाधिकारी सी रविशंकर सहित कुंभ मेला प्रशासन व जिला प्रशासन साधु संतों के आभामंडल और कुंभ का संदेश पूरे विश्व में देने के लिए तत्पर है। कुंभ पर्व के इस दिव्य और भव्य आयोजन व संतों की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर व्यापक स्तर पर प्रबंध किए गए है। शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक संत और सरकार के बीच सेतु का कार्य कर रहे है।
कुंभ पर्व 2021 के आयोजन को लेकर कमोवेश प्रशासनिक स्तर की सभी तैयारियां पूरी हो चुकी है। समस्त अखाड़ों में धर्म ध्वजा की स्थापना के साथ ही कुंभ का आगाज भी हो चुका है। धर्म की ध्वजा लहरा रही है। संतों की पेशवाई की तैयारियां है। 3 मार्च 2021 को निरंजनी अखाड़े की पहली पेशवाई हरिद्वार में निकलेगी। इस पेशवाई के दर्शन नई युवा पीढ़ी के लिए आकर्षण का केंद्र होगा। इस पेशवाई में साधु संतों के दिव्य और आलौकिक दर्शन होंगे। नागा साधु संतों की जमात देखने को मिलेगी। भारतीय धर्म संस्कृति की अनुभूति होगी। संतों का आशीर्वाद जनता को मिलेगा। जिला प्रशासन की ओर से भी हरिद्वार की जनता से सहयोग करने की अपील की गई है। पेशवाई मार्गो के किनारे पर खड़े होकर स्थानीय जनता साधु संतों के दिव्य दर्शन कर उनका आशीर्वाद प्राप्त करने का अवसर है।
कुंभ 2021: धर्म का मार्ग दिखाने वाले दिव्य अलौकिक साधु संतों के स्वागत को तैयार सरकार और प्रशासन



