पर्यावरण संरक्षण में हरिद्वार रुड़की विकास प्राधिकरण की पहल को स्वामी कैलाशानंद गिरि ने बताया सराहनीय




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नवीन चौहान
हरिद्वार। बीइंग भगीरथ मिशन द्वारा नमामि गंगे के सहयोग से शंकराचार्य चौक के समीप सीसीआर मार्ग पर निर्मित रामपथ पर एचआरडीए द्वारा अशोक वाटिका स्थापित की गई है। इसी अशोक वाटिका में निरंजन पीठाधीश्वर आचार्य महामण्डलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि महाराज ने अशोक का पौधा रोपित कर सभी से पर्यावरण संरक्षण में सहयोग के लिए अधिक से अधिक पौधारोपण करने की अपील की।
एचआरडीए की पहल पर स्थापित की जा रही अशोक वाटिका में पौधारोपण के दौरान स्वामी कैलाशानंद गिरि महाराज ने कहा कि गंगा स्वच्छता व पर्यावरण संरक्षण में बीइंग भगीरथ का अहम योगदान है। गंगा घाटों की सफाई के साथ शहर को हरा भरा बनाने में बीइंग भगीरथ मिशन द्वारा उल्लेखनीय योगदान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पर्यावरण का संरक्षण आज के दौर की सबसे अधिक जरूरी है।
उन्होंने कहा कि अशोक का पौधा शोक रोग और संताप को हरने वाला भी है। बिगड़ते पर्यावरण को बचाने के लिए पौधारोपण ही एक मात्र उपाय है। सभी को अपने आसपास के परिवेश में पौधे लगाकर उनका संरक्षण करना चाहिए।
एचआरडीए सचिव डा.ललित नारायण मिश्र ने कहा कि शहर को हरा भरा बनाने के लिए शुरू की गयी मुहिम में बीइंग भगीरथ मिशन का भी सहयोग मिल रहा है। अशोक वाटिका का निर्माण होने से क्षेत्र में हरियाली बढ़ेगी और शुद्ध हवा मिलेगी। जिससे वातावरण स्वच्छ होगा और प्रदूषण का स्तर घटेगा।
बीइंग भगीरथ मिशन के संयोजक शिखर पालीवाल ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर का सबसे महत्वपूर्ण सबक है कि शुद्ध पर्यावरण से ही किसी भी महामारी को हराया जा सकता है। वृक्षो के निरंतर कटान से उत्पन्न हुए प्राकृतिक असंतुलन के चलते स्वास्थ्य संबंधी कई प्रकार की समस्याएं सामने आ रही हैं। प्राकृतिक संतुलन को फिर से स्थापित करने के लिए अधिक से अधिक पौधारोपण कर उनका संरक्षण ही एक मात्र उपाय है।
इस दौरान मौजूद कहा गया कि हरिद्वार को हरा भरा बनाने के लिए एचआरडीए द्वारा शुरू की गयी पहल सराहनीय है। सभी को इसमें सहयोग करते हुए पौधे लगाने चाहिए और उनकी देखभाल करनी चाहिए। इस अवसर पर उद्यान अधिकारी एआर जोशी, गौरव कपूर, आदित्य भारती, वीरपाल चौहान, अनु त्यागी, रुचिता उपाध्याय, डा.अवनीश उपाध्याय, सौरव शर्मा, सुमित कपूर, अतुल शर्मा, आशुतोष शर्मा, जितेंद्र विद्याकुल उपस्थित रहे।