नवीन चौहान.
हरिद्वार ग्रामीण सीट पर मुकाबला रौचक हो गया है। इस सीट पर मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच ही माना जा रहा है लेकिन आम आदमी पार्टी प्रत्याशी नरेश शर्मा भी चुनाव मैदान में संघर्ष करते दिख रहे हैं।
कांग्रेस प्रत्याशी अनुपमा रावत हरिद्वार ग्रामीण सीट पर भाजपा प्रत्याशी स्वामी यतीश्वरानंद को कड़ी टक्कर दे रही हैं। अनुपमा यहां साल 2017 के चुनाव में अपने पिता हरीश रावत की हार का बदला लेने के लिए मैदान में है। जबकि भाजपा के वर्तमान विधायक और प्रदेश सरकार में मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद अपने दो बार के कार्यकाल की उपलब्धियों को लेकर जनता के बीच है।
वह जनता के सामने क्षेत्र में कराए गए कार्यों और प्रदेश सरकार के कामकाज को सामने रखकर जनता से वोट मांग रहे हैं। उनकी ग्रामीण क्षेत्र में अच्छी पकड़ बतायी जाती है। लेकिन इस बार उनकी राह इतनी आसान नहीं है जितना वो समझ रहे हैं। इस सीट पर अनुपमा रावत को मुस्लिम समाज का समर्थन प्राप्त है। इसके अलावा कांग्रेस की परंपरागत वोट भी उनके पास है। भाजपा सरकार से जो नाराज है वह मतदाता भी इस बार कांग्रेस के खाते में जाते दिख रहे हैं। जबकि अपनी बेटी के लिए हरीश रावत भी क्षेत्र में जाकर जनता से वोट मांग रहे हैं। इसीलिए मुकाबला इन दोनों के बीच ही माना जा रहा है।
लेकिन इस दावे के उलट यहां आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी नरेश शर्मा चुनाव मैदान में है। नरेश शर्मा ने भाजपा छोड़कर आम आदमी पार्टी का दामन पकड़ा था। उनकी क्षेत्र के यूथ पर काफी अच्छी पकड़ बतायी जाती है। क्षेत्र का यूथ उनके साथ दिख रहा है, ऐसे में इस सीट पर त्रिकोणीय मुकाबले के भी आसार दिख रहे हैं। अब देखना यही है कि आने वाली 14 तारीख को मतदाता किसके पक्ष में अपना मतदान करता है। फिलहाल तीनों की प्रत्याशी अपनी अपनी जीत का दावा कर रहे हैंं
अनुपमा रावत दे रही स्वामी यतीश्वरानंद को कड़ी टक्कर, पिता भी मांग रहे वोट




