नवीन चौहान, हरिद्वार। हरिद्वार की सड़कों पर यातायात नियमों का उल्लघंन करने वाले वाहनों को सीज करते देखे जाने वाले एआरटीओ प्रवर्तन सुरेंद्र कुमार एक स्कूल में बतौर शिक्षक दिखाई दिये। उन्होंने शिक्षक की तरह ही स्कूल के विद्यार्थियों को यातायात नियमों का पाठ बड़ी बारीकी से पढ़ाया। एआरटीओ प्रवर्तन की इस अच्छी पहल का स्कूल के शिक्षकों और विद्यार्थियों ने भी स्वागत किया। एआरटीओ ने यातायात सिंबल,हेलमेट लगाने के फायदों को भी समझाया। विद्यार्थियों के यातायात नियमों के संबंध में पूछे गये प्रश्नों का भी मास्टर बने एआरटीओ ने धैर्यपूर्वक सरल शब्दों में जबाव दिया।
सड़क सुरक्षा जागरुकता कार्यक्रम की शुरूआत एआरटीओ प्रवर्तन सुरेंद्र कुमार ने डीएवी सेंटेनरी पब्लिक स्कूल जगजीतपुर से की। स्कूल के विद्यार्थियों को यातायात नियमों की जानकारी दी। इस अवसर पर विद्यार्थियों को संबोधित करते हुये एआरटीओ सुरेंद्र कुमार ने बताया कि वाहन चलाने से पूर्व हमकों यातायात नियमों को पूरी जानकारी होनी चाहिये।
उन्होंने बताया कि यातायात नियमों की पूर्ण जानकारी होने पर ही आपकों को आरटीओ विभाग से लाईसेंस जारी होता है। नाबालिग बच्चों का वाहन चलाना पूर्णतया प्रतिबंधित है। फिर भी बच्चे माता पिता से जिद्द करके वाहन सड़क पर ले जाते है। जिससे सड़क दुर्घटनाओं की संभावना बढ़ जाती है। इसके अलावा नाबालिग बच्चों को यातायात नियमों की जानकारी नहीं होती है। नाबालिगों का वाहन चलाना संगीन अपराध है। इसी के साथ उन्होंने विद्यार्थियों को समझाया कि जिंदगी बहुत कीमती होती है। वाहन चलाने के दौरान मोबाइल का प्रयोग नहीं करना चाहिये। कान में लीड लगाकर वाहन नहीं चलाना चाहिये। वाहन सड़क पर लाने से पूर्व आपकों यातायात नियमों की पूरी जानकारी होनी चाहिये।
इस दौरान यातायात निरीक्षक रविकांत सेमवाल ने भी सड़क पर यातायात पुलिस की भूमिका के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि यातायात पुलिस वाहन चलाने वाले चालकों की सुरक्षा के लिये होती है। इसके साथ ही यातायात नियमों का उल्लघंन करने वाले वाहनों का चालान करना उनको सीज करने का अधिकार होता है। इन सभी मुसीबत से बचने के लिये हमेशा यातायात नियमों का पालन करना जरुरी होता है। स्कूल के प्रधानाचार्य पीसी पुरोहित ने भी विद्यार्थियों को यातायात नियमों का पालन करने की शपथ दिलाई। उन्होंने कहा कि परिवहन विभाग और यातायात पुलिस सदैव आपकी सुरक्षा में तैनात रहती है।