खाकी बनी फरिश्ता, समय पर मिला इलाज तो बच गई जान
नवीन चौहान
कांवड़ यात्रा के दौरान जहां हर कोई व्यवस्था में व्यस्त था, वहीं एक मानवीयता भरा दृश्य हर किसी का दिल छू गया। सड़क किनारे मिर्गी के दौरे से बेहाल पड़े भोला को जब लोग नजरअंदाज कर आगे बढ़ते रहे, तब हरिद्वार पुलिस कप्तान प्रमेंद्र डोबाल ने भोलों की एक गाड़ी रुकवाकर बेहोश भोले को अस्पताल भिजवाकर इंसानियत की मिसाल पेश की।
घटना चंडीचौकी क्षेत्र की बताई जा रही है, जहां कांवड़ यात्रा मार्ग पर भोला नाम का युवक मिर्गी का दौरा पड़ने से सड़क किनारे गिर पड़ा था। भीड़ भरे माहौल में किसी ने ध्यान नहीं दिया। तभी वहां से गुजर रहे कप्तान प्रमेंद्र डोबाल की नजर उस पर पड़ी। बिना देर किए उन्होंने तुरंत गाड़ी रुकवाई और मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों को निर्देश देते हुए भोला को तत्काल अस्पताल भिजवाया।
मानवता की मिसाल बनी खाकी
डोबाल की त्वरित कार्रवाई से भोला को समय रहते इलाज मिल गया और उसकी जान बच गई। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेंद्र डोबाल की इस संवेदनशीलता और तत्परता की हर ओर सराहना हो रही है।
दिल्ली से आए एक कांवड़िए ने बताया कि “जब हर कोई आगे बढ़ रहा था, तब कप्तान प्रमेंद्र डोबाल ने जो किया, वह सच्चे अर्थों में ‘जनसेवा’ है।”