हरिद्वार
धर्मनगरी हरिद्वार में चौहान धर्मशाला अभियान जोर—शोर के साथ शुरू करने की कवायद तेज हो गई है। सभी ठाकुर एक जुटता के साथ एक खूबसूरत धर्मशाला बनाने को लेकर सक्रिय हो चुके है। संपन्न घराने से ताल्लुक रखने वाले चौहानों ने हरसंभव आर्थिक सहयोग देने का संकल्प लिया है। जिसके बाद से तमाम चौहान समाज के लोगों में उत्साह बना हुआ है। ऐसे में देखने वाली बात यह है कि चौहानों का यह संकल्प पूरा होगा या फिर वर्चस्व की लड़ाई में यह सपना भी अधूरा ही रह जायेगा।
हरिद्वार का चौहान समाज आर्थिक रूप से बेहद ही सशक्त है। यहां के चौहानों के पास जमीन और कारोबार में वर्चस्व कायम है। जिसके चलते चौहानों की आर्थिक स्थिति अन्य की तुलना में काफी अच्छी बताई जाती है। लेकिन इस बिरादरी की सबसे बड़ी कमजोरी भी यही मानी जाती है कि यह आपस में एक दूसरे पर कटाक्ष करते है। चौहान बिरादरी के लोगों में एक दूसरे के प्रति विश्वास की कमी साफ देखी जा सकती है। चौहानों का यह हाल तो तब है कि राजनैतिक रूप से चौहानों को प्रतिनिधित्व मिलता रहा है।
लेकिन हम यहां बात धर्मशाला की कर रहे है। जो कि जनहित का कार्य है। समाजसेवी हितेश चौहान ने चौहान धर्मशाला की मुहिम शुरू की। एक व्हाटसएप ग्रुप बनाकर सभी चौहानों को जोड़कर चौहान धर्मशाला अभियान शुरू कर दिया। वरूण चौहान ने चौहान धर्मशाला के निर्मित्त एजेंडे की जानकारी की। तो दिशांत चौहान ने सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ने की बात की। हितेश चौहान ने सभी को एकजुट होकर अभियान में जुड़ जाने की अपील की। इसी दौरान भूपतवाला के एक आश्रम को खरीदने का भी जिक्र आया। मनीष चौहान ने अपनी राय रखते हुए कहा कि धर्मशाला बनाने का मेरा भी सपना है। एक मीटिंग में सभी बैठकर रणनीति बना लेते है। विवेक चौहान ने संघे शक्ति कलयुगे बोलते हुए समाजहित में एकजुट होने की अपील की। तभी अंकित चौहान ने चौहानों में जोश भरने के लिए कहा कि विधायक, सांसद,किसान नेता, मजदूर नेता सभी ठाकुर है। लेकिन संघर्ष भी आम चौहानों को करना पड़ रहा है। विवेक चौहान ने हरिद्वार क्षेत्र के सभी चौहानों को एकत्रित होकर एकजुट होने की अपील की।
विचार तो कई चौहानों ने रखे। कुछ कटीले तो कुछ जोशीले। लेकिन अगर सभी ठाकुर नाक की लड़ाई को छोड़कर समाजहित की बात करेंगे तो यह कार्य बेहद सरल और जल्दी पूरा होने वाला संकल्प है।
चौहानों की भले की रियासते चली गई हो लेकिन सल्तनत आज भी कायम है। बस जरूरत एकजुट होने की है।
हरिद्वार में चौहान बिरादरी की धर्मशाला बनाने को लेकर जोर—शोर से अभियान शुरू


