न्यूज 127.
जिलाधिकारी कर्मेंद्र सिंह के निर्देशों पर बालश्रम विभाग की टीम ने हरिद्वार के ऋषिकुल और रोडवेज बस स्टैंड के आसपास के तमाम होटल, ढाबों व रेस्टोरेंट में चेकिंग अभियान चलाया। निरीक्षण के दौरान रेलवे रोड़ पर पाल टेडर्स पर एक बाल श्रमिक को कार्य करते हुए देखा गया। बालक की आयु 11 वर्ष पता चलने पर मुकदमे की संस्तुति करते हुए नगर कोतवाली में तहरीर दे दी। जबकि बालक को उसकी मां के सुपुर्द कर दिया और उसकी अच्छी शिक्षा व्यवस्था करने का आश्वासन दिया है। अभियान आगे भी जारी रहने वाला है।
गुरूवार को श्रम प्रवर्तन अधिकारी मीनाक्षी भटट, सीडब्ल्यूसी की टीम के साथ बाल श्रमिकों का निरीक्षण करने के लिए तमाम दुकानों, ढाबों, रेस्टोरेंट पर पहुंची। उन्होंने एक के बाद एक कई दुकानों का निरीक्षण किया। ढाबों पर कार्य करने वाले कर्मचारियों की सूची बनाई। कई दुकानदारों को चेतावनी दी गई। श्रम कानूनों का पालन करने की हिदायत दी गई। निरीक्षण के दौरान अपर रोड़ पर एक बर्तन की दुकान में नाबालिग को कार्य करते देखा। दुकानदार को कड़ी फटकार लगाते हुए बालक की आयु पूछी। तो दुकानदार बालिग बताने लगा। बालक से उसकी आयु पूछी गई तो उसने 11 साल बताई। जिसके बाद दुकानदार को कड़ी फटकार लगाते हुए मुकदमे की संस्तुति कर दी गई।
श्रम प्रवर्तन अधिकारी मीनाक्षी भटट ने बताया कि जिलाधिकारी के निर्देशों का अनुपालन करते हुए चेकिंग अभियान चलाया गया है। बीते तीन माह के भीतर 9 मुकदमे दर्ज किए जा चुके है। बाल कल्याण समिति की सदस्य शोभा देवी, मंजू अग्रवाल, संरक्षण अधिकारी डीसीपीयू मेघा पुरोहित, अपर निरीक्षक एएचटीयू राजेश कुमारी, कांस्टेबल सुमित कुमार, प्रधानाध्यापक शिक्षा विभाग मनोज सहगल, श्रम प्रवर्तन डाटा आप्रेटर मनीष कुमार, चाइल्ड हेल्प लाइन केस वर्कर करनैल सिंह मौजूद रहे।