हरिद्वार।
शराब के ठेकों और फर्म में साझेदारी दिलाने का झांसा देकर भाजपा के एक स्थानीय नेता से 24 लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। आरोप है कि रकम लेने के बाद न तो साझेदारी कराई गई और न ही धनराशि लौटाई गई। विरोध करने पर आरोपियों ने खुद को प्रभावशाली बताते हुए जान से मारने की धमकी तक दे डाली। कनखल पुलिस ने न्यायालय के आदेश पर सात नामजद आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
अदालत में दिए गए प्रार्थना पत्र में भाजपा के पूर्व मंडल अध्यक्ष मयंक गुप्ता पुत्र आदेश गुप्ता, निवासी इंदु एन्क्लेव, कनखल ने बताया कि उनके भाई हिमांशु गुप्ता के माध्यम से उनकी पहचान सुरेंद्र कश्यप निवासी नूरखेड़ी जंदखेड़ी, सहारनपुर; प्रमोद जायसवाल निवासी इंद्रा विकास कॉलोनी, भीमगोड़ा; राहुल बंसल निवासी नई बस्ती, भीमगोड़ा तथा सुधीर सिंह निवासी बनगांव, जनपद गोंडा से हुई थी। इन लोगों ने अपने अन्य सहयोगियों प्रिया जायसवाल पत्नी प्रमोद जायसवाल, श्यामलाल यादव निवासी सुल्तानपुर माजरी, बहादराबाद और पप्पू उर्फ श्यामलाल निवासी बड़ा गांव नानौता देहात, सहारनपुर के साथ मिलकर मैसर्स वरदान एसोसिएट नामक फर्म संचालित करने का दावा किया था।
आरोपियों ने बताया कि फर्म का कार्यालय राजा गार्डन, जगजीतपुर में स्थित है और वे शराब के ठेके, रेस्टोरेंट, पब, बार, रिजॉर्ट तथा होटल निर्माण जैसे बड़े कारोबार से जुड़े हैं। उन्होंने यह भी दावा किया कि वर्तमान में उनके पास दो अंग्रेजी शराब और दो देशी शराब की दुकानें हैं, जिनमें साझेदारों की हिस्सेदारी तय है। इसी भरोसे पर मयंक गुप्ता को भी फर्म और शराब की दुकानों में पार्टनर बनाने का प्रस्ताव दिया गया।
शिकायत के अनुसार, आरोपियों के झांसे में आकर 28 जुलाई 2023 को 14 लाख 50 हजार रुपये तथा 29 अगस्त 2023 को 9 लाख 50 हजार रुपये, कुल 24 लाख रुपये मैसर्स वरदान एसोसिएट के बैंक खाते में जमा कराए गए। रकम लेने के बाद सुरेंद्र कश्यप और सुधीर सिंह ने जल्द ही पार्टनरशिप डीड तैयार कराने का आश्वासन दिया, लेकिन इसके बाद टालमटोल शुरू कर दी गई।
जब पीड़ित ने अन्य कथित साझेदारों से संपर्क कर अपनी हिस्सेदारी और धनराशि के संबंध में जानकारी चाही तो कोई संतोषजनक उत्तर नहीं दिया गया। आरोप है कि उल्टा सभी ने खुद को प्रभावशाली बताते हुए पैसे मांगने पर गंभीर परिणाम भुगतने और हत्या तक की धमकी दी।
थानाध्यक्ष कनखल मनोहर सिंह रावत ने बताया कि न्यायालय के आदेश के अनुपालन में सभी सात आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी सहित संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस द्वारा मामले की गहन जांच की जा रही है और तथ्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।



