नवीन चौहान
हरिद्वार के निजी स्कूलों के तीन कर्मचारियों की कोरोना संक्रमण की रिपोर्ट पॉजीटिव आने के बाद से हड़कंप की स्थिति है। स्कूल परिसर को एक बार फिर से सेनेटाइज करा दिया गया है। जबकि संक्रमित मरीजों की हालत की स्थिति यह है कि उनको छींक तक नहीं आई है। संक्रमित तीनों मरीज अपने घर पर ही आराम फरमा रहे है। इन तीनों मरीजों के टेस्ट 16 दिन पूर्व हुए थे। तो यह मान लिया जाए कि कोरोना का असर कम होने लगा है। या फिर तीनों लोगों की दृढ़ इच्छा शक्ति ने कोरोना संक्रमण को मात दे दी है।
हरिद्वार के कनखल स्थित एक प्रसिद्ध निजी स्कूल ने कोरोना संक्रमण के सुरक्षा के दृष्टिगत सभी कर्मचारियों के टेस्ट कराने शुरू किए थे। करीब 16 दिन पूर्व सभी के कोरोना टेस्ट कराए गए। 4 दिसंबर को जब रिपोर्ट आई तो तीन लोग कोरोना पॉजीटिव आने की सूचना से हड़कंप मच गया। जब तीनों मरीजों की स्थिति की जानकारी ली गई तो पता चला कि तीनों संक्रमित मरीज बिलकुल स्वस्थ है और घर पर परिवार के साथ आनंद ले रहे है। इन तीनों मरीजों को एक छींक तक नहीं आई है। मजेदार बात यह है कि कोरोना संक्रमित मरीजों के आईसोलेशन में रहने का वक्त भी पूरा हो गया है। ऐसे में संक्रमित मरीजों को रिपोर्ट के नेगेटिव आने का वक्त भी पूरा हो गया है। लेकिन स्कूल प्रशासन ने सुरक्षा के एतिहातन तीनों कर्मचारियों को दोबारा टेस्ट कराने के लिए निर्देशित किया है। बताते चले कि कोरोना संक्रमण का असर अभी प्रभावशाली है। ऐसे में सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क का उपयोग अवश्यक करें। भीड़—भाड़ वाले इलाकों में बेहद सावधानी बरतने की जरूरत है। बाजार जाने से पूर्व अपने को पूरा कवरअप कर लें। कोरोना से बचाव ही एक सरल उपाय है। न्यूज127 की पड़ताल में सामने आया कि तीनों कोरोना संक्रमित मरीज बिलकुल स्वस्थ और आनंद में है। ऐसे में कोरोना संक्रमण से घबराए नहीं। बस सावधानी बरतने की जरूरत है।
कोरोना संक्रमित मरीजों को छींक तक आई नहीं, 16 दिन बाद रिपोर्ट पॉजीटिव




