पेट्रोल डालकर आग लगाने वाली विवाहिता की मौत, मायके पक्ष ने लगाये गंभीर आरोप




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हरिद्वार।
सिडकुल थाना क्षेत्र के हेतमपुर में कथित घरेलू विवाद के बाद खुद को पेट्रोल डालकर आग के हवाले करने वाली विवाहिता ने आखिरकार बुधवार को एम्स अस्पताल में दम तोड़ दिया। करीब 80 प्रतिशत तक झुलसी विवाहिता की हालत गंभीर बनी हुई थी। उपचार के दौरान मौत की खबर मिलते ही मायके पक्ष में कोहराम मच गया।

जानकारी के अनुसार, 11 अक्तूबर को हेतमपुर निवासी नवविवाहिता भारती ने संदिग्ध परिस्थितियों में अपने ऊपर पेट्रोल छिड़क कर आग लगा ली थी। घटना के बाद उसे गंभीर अवस्था में उपचार के लिए एम्स ऋषिकेश में भर्ती कराया गया था।

विवाहिता के भाई जयप्रकाश ने पुलिस को दी तहरीर में आरोप लगाया था कि उसकी बहन भारती की शादी 27 अक्तूबर 2024 को आशीष पुत्र विजय सिंह निवासी हेतमपुर, रोशनाबाद के साथ हुई थी। शादी के कुछ समय बाद से ही ससुराल पक्ष के लोग दहेज के लिए उसे प्रताड़ित करने लगे थे। हालात तब और बिगड़ गए जब विवाहिता ने एक बेटी को जन्म दिया। मायके पक्ष का आरोप है कि बेटी के जन्म के बाद से ससुराल पक्ष की प्रताड़ना बढ़ गई थी।

परिजनों के दबाव और महिला आयोग के हस्तक्षेप के बाद पुलिस ने पति आशीष समेत अन्य ससुरालियों के खिलाफ दहेज उत्पीड़न व अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था।

हालांकि पुलिस की जांच में एक अलग पहलू भी सामने आया। पुलिस के अनुसार, उस समय तहसीलदार सचिन कुमार ने एम्स में विवाहिता का बयान दर्ज किया था, जिसमें उसने खुद पर पेट्रोल डालकर आग लगाने की बात स्वीकार की थी और किसी भी प्रकार की प्रताड़ना से इंकार किया था।

सिडकुल थाना प्रभारी नितेश शर्मा ने बताया कि विवाहिता की एम्स में उपचार के दौरान मौत हो गई है। पुलिस टीम को अस्पताल भेजा गया है। उन्होंने बताया कि प्रारंभिक जांच में मामला पति-पत्नी के बीच विवाद का प्रतीत हो रहा है, हालांकि पूर्व में दर्ज केस की जांच अभी जारी है।

वहीं, विवाहिता की मौत के बाद मायके पक्ष ने एक बार फिर पति व ससुरालियों पर कठोर कार्रवाई की मांग की है। परिजनों का कहना है कि पुलिस को विवाहिता के बयानों के साथ-साथ वास्तविक परिस्थितियों की गहराई से जांच करनी चाहिए ताकि मृतका को न्याय मिल सके।