दिल्ली की लड़की बाथरूम में थी बंद, हरिद्वार पुलिस ने बचाया




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नवीन चौहान
दिल्ली की एक लड़की अपने ​पापा से नाराज होकर घर छोड़कर निकल गई। लड़की हरिद्वार रेलवे स्टेशन के वेटिंग रूम के बाथरूम में बंद हो गई। परिजनों की सूचना पर हरिद्वार पुलिस ने तत्काल एक्शन लिया और लड़की को खोज निकाला। पुलिस ने लड़की को सकुशल बरामद कर परिजनों के सुपुर्द कर दिया। हरिद्वार पुलिस की इस त्वरित कार्रवाई से परिजन बेहद संतुष्ट दिखे और पुलिस का आभार व्यक्त किया। हरिद्वार पुलिस ने एक बार​ मित्रता सेवा और सुरक्षा के स्लोगन को चरितार्थ किया। हरिद्वार पुलिस की पूरी कार्रवाई पुलिस महानिदेशक कानून एवं व्यवस्था अशोक कुमार के निर्देशों पर की गई।
डीजी एलओ अशोक कुमार की सबसे बड़ी खूबी ये है कि वह किसी भी सूचना को पूरी संजीदगी के साथ सुनते है और उसके बाद तत्काल एक्शन लेते है। ऐसा ही कुछ रविवार की मध्य रात्रि में हुआ। डीजी एलओ अशोक कुमार को दिल्ली से एक लड़की के संदिग्ध परिस्थितियों में लापता होने तथा हरिद्वार में होने की सूचना मिली। यह जानकारी मिलते ही डीजी एलओ अशोक कुमार ने तत्काल हरिद्वार पुलिस को सूचित किया और लड़की को सकुशल बरामद करने के निर्देश दिए। एसएसपी सेंथिल अबुदई कृष्णराज एस ने लड़की को बरामद करने के लिए हरिद्वार पुलिस को लगा दिया। एसपी सिटी कमलेश उपाध्याय के निर्देशन में सीओ सिटी अभय प्रताप सिंह पूरी संजीदगी के साथ लड़की की तलाश में जुट गए। हरिद्वार पुलिस पूरी तरह से एक्टिव मोड में दिखाई दी। सूचना मिलने के महज 35 मिनट की सर्चिंग में पुलिस टीम को कामयाबी मिली। लापता लड़की हरिद्वार पुलिस को रेलवे स्टेशन के वेटिंग रूम में बाथरूम में बंद पाई गई मिली।पुलिस ने वाथरूम का दरवाजा खुलवाकर लड़की को सकुशल बरामद किया। पीड़ित लड़की ने पुलिस को बताया कि वह अपने पापा के कार्यों से व उनके व्यवहार से संतुष्ट नहीं थी। इसलिए उसने यह कदम उठाया। जिसके बाद एसपी सिटी कमलेश उपाध्याय व सीओ सिटी अभय प्रताप सिंह लड़की को अपने साथ ले आए और उसको भोजन कराया। लड़की के ​परिजनों को उसकी बरामदगी की सूचना दी गई। मध्य रात्रि करीब 2:20 पर उनके परिवार वाले हरिद्वार पहुंचे और उनकी बिटिया सुपुर्द कर दी गई। लड़की को सकुशल बरामदगी कराने में सबसे अहम भूमिका
सीओ सिटी अभय प्रताप सिंह व हरिद्वार कोतवाली में तैनात सब इंस्पेक्टर लक्ष्मी की रही। जिन्होंने अपनी पूरी टीम के साथ इस मिशन को पूरा किया।