नवीन चौहान
उत्तराखंड पुलिस में ईमानदारी और कर्तव्यनिष्ठा का मंत्र फूंक रहे डीजी एलओ अशोक कुमार ने कहा कि कांस्टेबलों की पदोन्नति तीन साल बाद हुई है। पदोन्नति में देरी हो गई। लेकिन आगामी दिनों में पुलिसकर्मियों की पदोन्नति टाइम पर कराने के प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने उत्तराखंड पुलिस के साथ सभी प्रदेशवासियों को राज्य स्थापना दिवस की बधाई दी है।
उत्तराखंड पुलिस के आचरण में दिन—प्रतिदिन सुधार देखने को मिल रहा है। डीजी एलओ अशोक कुमार उत्तराखंड पुलिस के जवानों को मित्रता, सेवा और सुरक्षा के स्लोगन को चरितार्थ करने के लिए प्रेरित करते रहे है। यही कारण रहा कि मित्र पुलिस परिपक्व हुई और अपराधियों को पकड़ने में हाईटेक हो गई। पुलिसकर्मियों का व्यवहार जनता के प्रति सहानुभूतिपूर्ण होने लगा। कोरोना संक्रमण काल के दौरान मित्र पुलिस ने पुलिस महानिदेशक अपराध एवं कानून व्यवस्था अशोक कुमार के निर्देशों का पालन करते हुए विपरीत परिस्थितियों में अदम्य साहस का परिचय दिया। गरीबों की सेवा की और संक्रमित मरीजों को अस्पताल पहुंचाने की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी को निभाया। लॉक डाउन के दौरान घर—घर जाकर जनता की समस्याओं का निस्तारण किया। उत्तराखंड पुलिस के कार्यों की चंहुओर प्रशंसा हुई। राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर पुलिस कांस्टेबलों की पदोन्नति पर डीजी एलओ अशोक कुमार ने बातचीत के दौरान बताया कि कांस्टेबलों की भर्ती तीन साल बाद हुई है। उन्होंने सभी पदोन्नत पुलिसकर्मियों को शुभकामनाएं दी है। बताते चले कि 221 कांस्टेबलों की पदोन्नति हुई है। जिसमें कांस्टेबल से हेड कांस्टेबल और हेड कांस्टेबल प्रोन्नत हुए है। हेड कांस्टेबल प्रोन्नत से उप निरीक्षक विशेष श्रेणी और उप निरीक्षक विशेष श्रेणी से उप निरीक्षक नागरिक पुलिस पदोन्नत हुए हैं। फिलहाल उत्तराखंड पुलिस के लिए राज्य स्थापना का विशेष तोहफा है और पुलिसकर्मियों में खुशी की लहर है। पुलिस को उम्मीद जगी है कि आगामी दिनों में पदोन्नत तय वक्त पर होंगे।
डीजी एलओ अशोक कुमार बोले तीन साल बाद हुई कांस्टेबलों की पदोन्नति, दी बधाई



