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डीपीएस रानीपुर की हेमान्या वशिष्ठ ने 12वीं कक्षा में स्कूल को टॉप किया है। प्रधानाचार्य डॉ अनुपम जग्गा ने हेमान्या के स्कूल का नाम गौरवांवित करने पर खुशी जाहिर करते उज्जवल भविष्य का आशीर्वाद दिया है। बेटी के रिजल्ट पर माता पिता ने भी बेटी को बधाई देते हुए अपनी शुभकामनाएं दी है।

रिटायर्ड आर्मी आफिसर डॉ आलोक वशिष्ठ और माता सोनाली वशिष्ठ की सुपुत्री हेमान्या वशिष्ठ ने स्कूल का नाम गौरवांवित किया। अनुशासन की पहली सीख पिता से मिली तो लक्ष्य हासिल करने का गुण माता सोनाली ने दिया। हेमान्या के पिता डॉ आलोक ने बताया कि सेना में रहने के कारण सार्वजनिक जीवन में भी हमेशा अनुशासित रहे। दोनों बेटियों को अनुशासन सिखाया। जीवन में लक्ष्य हासिल करने तथा देश की सेवा करने का जज्बा पैदा किया।

माता डॉ सोनाली वशिष्ठ ने बताया कि वह पेशे से महिला चिकित्सक है। दोनों बेटियों को अच्छे संस्कार दिए और जीवन में लक्ष्य हासिल करने की प्रेरणा दी। बड़ी बेटी भाविता ने भी डीपीएस में टॉप किया और कानून की पढ़ाई कर रही है। जबकि हेमान्या लेखन कार्य करना चाहती है। उनको पत्रकारिता के क्षेत्र में जनसेवा करनी है। हमारा आशीर्वाद है।

हेमान्या वशिष्ठ ने बताया कि उसने पिता से अनुशासन में रहना सीखा है। इसी के चलते स्कूल की हेड गर्ल बनने का सौभाग्य मिला। अनुशासित तरीके से पढ़ाई की और गुरूजनों के दिशा निर्देशन का पालन किया। स्कूल से घर जाकर नियमित तीन से चार घंटे पढ़ाई की। परीक्षा के दिनों में पढ़ाई का समय 12 घंटे तक किया। कहा कि मेरा लक्ष्य पत्रकार बनना और किताबे लिखने का मन है। पत्रकारिता का क्षेत्र चुनौतीपूर्ण है और जनसेवा करने का सबसे अच्छा माध्यम है।

हेमान्या ने कहा कि भारतीय संस्कृति और संस्कार पूरे विश्व में सबसे अनूठे है। हमारी संस्कृति “वसुधैव कुटुंबकम” की है। इसीलिए मेरी आध्यात्म में रूचि है। हेमान्या ने कहा कि वह पत्रकारिता के माध्यम से देश सेवा करना चाहती है। इसीलिए अशोका यूनिवर्सिटी में एडमिशन लिया है। उन्होंने अपने गुरूजनों और माता-पिता को इस रिजल्ट का श्रेय दिया।
