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मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर अवैध फैक्ट्रियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत सिडकुल थाना पुलिस ने रविवार को एक बड़ी कार्रवाई करते हुए नकली शैंपू बनाने की फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया। पुलिस ने मौके से करीब 15 लाख रुपये मूल्य का नकली शैंपू बरामद किया है। फैक्ट्री में काम कर रहे तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया, जबकि एक आरोपी छत के रास्ते से फरार हो गया।
थानाध्यक्ष नितेश शर्मा के नेतृत्व में पुलिस टीम को सूचना मिली कि डेंसो चौक के पास गंगोत्री एन्क्लेव फेस-3 में अवैध रूप से नकली कॉस्मेटिक उत्पाद बनाए जा रहे हैं। छापेमारी में मकान से हसीन, मोहसिन और शहबान नामक तीन व्यक्ति पकड़े गए, जबकि एक आरोपी भाग निकला। जांच में पता चला कि आरोपी हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड के क्लिनिक प्लस और सनसिल्क ब्रांड की डुप्लीकेट शैंपू की पैकिंग कर बाजार में बेच रहे थे।
मौके से बरामदगी में शामिल है—
32 पेटी नकली शैंपू (क्लिनिक प्लस और सनसिल्क, कुल 1914 पीस)
800 खाली बोतलें लेबल सहित
4 ड्रम कच्चा माल (करीब 1350 लीटर)
शैंपू फिलिंग मशीन (स्टेनलेस स्टील)
लेबल और पैकिंग सामग्री
ड्रग इंस्पेक्टर हरि सिंह और हिंदुस्तान यूनिलीवर कंपनी के लीगल मैनेजर भी मौके पर पहुंचे। जांच में यह पुष्टि हुई कि आरोपियों के पास न तो ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक्स एक्ट के तहत कोई लाइसेंस था और न ही कच्चे माल का कोई रिकॉर्ड।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान हसीन अहमद (पठान चौक, लंढौरा मंगलौर), शहबान (माता वाला मोहल्ला, लंढौरा) और मोहसिन (माता वाला मोहल्ला, लंढौरा) के रूप में हुई है। उनके खिलाफ धारा 316/318/61(2)/63/65 कॉपीराइट एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।
पुलिस टीम में थानाध्यक्ष नितेश शर्मा, ड्रग इंस्पेक्टर हरि सिंह, उपनिरीक्षक इंद्र सिंह गड़िया, हेड कांस्टेबल देशराज, हेड कांस्टेबल सुनील सैनी, कांस्टेबल गजेंद्र और कांस्टेबल अनिल कंडारी शामिल थे।





