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उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री व वर्तमान में हरिद्वार के सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत ने राज्य के 25 साल के अब तक के सफर में प्रदेश सरकारों द्वारा की हासिल की गई उपलब्धियों के बारे में बताया। उन्होंने उन कार्यों और योजनाओं का भी उल्लेख किया जो उनके मुख्यमंत्री कार्यकाल में शुरू की गई और आज प्रदेश के विकास में नजीर बन गई।
हरिद्वार प्रेसक्लब में मीडिया से रूबरू होते हुए सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहाकि 25 साल पहले राज्य गठन से पहले पर्वतीय क्षेत्रों में इतनी समस्याएं थी कि जीवन बेहद कठिन था। सीमांत जनपदों में रहने वालों की पहुंच मुख्यालय तक नहीं हो पाती थी। तब राज्य निर्माण का आंदोलन जोर पकड़ा और प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी ने उत्तराखंड को अलग राज्य घोषित किया। राज्य गठन के समय ना सड़कें थी ना ही इंफ्रास्ट्रक्चर था। मुख्य मार्ग तक आने के लिए लोगों को कई कई किलोमीटर तक पैदल चलना पड़ता था। पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी को ही अपने गांव से सड़क तक आने में 25 किलोमीटर पेदल चलना पड़ता था, मेरे स्वयं के गांव से भी करीब 5 किलोमीटर पैदल चलकर सड़क तक आना पड़ता था। लेकिन अब सड़कों की कमी नहीं है। हर गांव तक सड़क पहुंच गई है। इंफ्रास्ट्रक्चर तेजी से विकसित हुआ है। प्रदेश में राज्य गठन के समय 4 लाख वाहन थे जिनकी संख्या अब बढ़कर 40 लाख हो गई है। उत्तराखंड से देश की राजधानी दिल्ली ही नहीं महाराष्ट्र, बंगाल, गुजरात, समेत कई प्रदेशों के लिए सीधी रेल सेवा शुरू हो गई है। रेल मार्गों का विकास हुआ है, ट्रेनों की संख्या बढ़ी है, जिसका सीधा लाभ जनता को हो रहा है। हवाई यात्रा में भी उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल हुई है। देश के सभी प्रमुख शहरों के लिए अब प्रदेश से हवाई सेवा मिलने लगी है। हैली सर्विस में दूसरे राज्यों के मुकाबले उत्तराखंड का सबसे अच्छा स्ट्रक्चर है। इन 25 सालों में प्रदेश के हर गांव तक बिजली पहुंच गई है। सौर ऊर्जा के क्षेत्र में भी विकास हुआ है। प्रदेश में सबसे पहले मुख्यमंत्री सौर ऊर्जा योजना मेरे मुख्यमंत्री कार्यकाल के दौरान शुरू हुई। मत्स्य पालन हो या फिर फूलों की खेती। किसानों को लाभ पहुंचाने के लिए सरकार ने कई योजनाएं लागू की। उत्तराखंड ऐसा पहला राज्य है जहां 16 क्लाइमेट जोन देखने को मिलते हैं। प्रदेश सरकार ने धार्मिक स्थलों को विकास किया है। वहां नए डवलपमेंट के कार्य किये हैं जिससे श्रद्धालुओं की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है, इसका लाभ प्रदेश की जनता को मिल रहा है। वाटर स्पोर्टस और सहासिक पर्यटन विकसित कर लोगों को आकर्षित किया। प्रधानमंत्री के मंशा के अनुरूप प्रदेश में वेडिंग डेस्टिनेशन के क्षेत्र में भी तेजी से उपलब्धि हासिल की जा रही है। पर्यटन को उद्योग का दर्जा देकर राज्य के युवाओं को रोजगार के साधन उपलब्ध कराने में भी प्रदेश की भाजपा सरकार ने महत्वपूर्ण कार्य किया है। अटल आयुष्मान योजना से प्रदेश के हर व्यक्ति को जोड़कर उन्हें स्वास्थ्य सेवा का लाभ दिया है। हरिद्वार में स्वास्थ्य सेवाओं में विस्तार किया गया है, अस्पतालों का उच्चीकरण किया गया है। इसी तरह प्रदेश में भी सभी जनपदों में स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर की गई है। देश का पहला ऐसा राज्य उत्तराखंड बना जहां एम्स को एयर एम्बुलेंस से जोड़ा गया, दवाईयों के लाने ले जाने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया गया। इसके अलावा शहरों में बिजली की लाइनों की समस्या को दूर करने के लिए हरिद्वार समेत प्रमुख शहरों में भूमिगत बिजली की लाइनें बिछाकर लोगों को सुचारू बिजली आपूर्ति शुरू करायी गई। गैस पाइप लाइन से हर घर को जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। हरिद्वार में 70 प्रतिशत क्षेत्र में गैस पाइप लाइन बिछा दी गई है। प्रदेश के जर्जर पुलों की मरम्मत और नए पुलों के लिए धनराशि की उपलब्धता करायी गई। प्रदेश में एक साथ 237 पुलों के कार्यों को मंजूरी देकर उन्हें शुरू कराया गया। हरिद्वार दो रिंग रोड दी गई ताकि यात्रियों को आने जाने में असुविधा का सामना न करना पड़े। जाम मुक्त यात्रा कर वह उत्तराखंड की सैर कर सकें।
विधानसभा में मैदान और पहाड़ के मुद्दे पर कहा कि यह गलत है। हम सब उत्तराखंडी है। इस चर्चा पर विराम होना चाहिए। प्रदेश के विकास पर बात होनी चाहिए। पलायन रोकने के सवाल पर कहा कि इस पर काफी तेजी से कार्य हुआ है। इसके सकारात्मक परिणाम भी सामने आए हैं। 25 सालों के विकास को लेकर कहा कि यह एक सतत प्रक्रिया है। ये लगातार चलता रहता है। प्रेसवार्ता के दौरान भाजपा जिलाध्यक्ष आशुतोष शर्मा, सह संयोजक मीडिया विकास तिवारी, मीडिया प्रभारी धर्मेंद्र चौहान आदि मौजूद रहे।
पूर्व मुख्यमंत्री और सांसद हरिद्वार त्रिवेंद्र सिंह रावत ने गिनायी राज्य में 25 साल के विकास की उपलब्धि





