अवैध खनन रोकने में कामयाब रहा हरिद्वार जिला प्रशासन, राजस्व वसूली में अव्वल




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नवीन चौहान
हरिद्वार में अवैध खनन को रोकने में जिला प्रशासन की मुहिम सफल रही। जिलाधिकारी सी रविशंकर के निर्देशों का अनुपालन करते हुए उप जिलाधिकारी गोपाल चौहान ने खनन माफियाओं पर लगातार शिकंजा कसा। खनन माफियाओं के ठिकानों पर लगातार दबिश दी। पुलिस और तहसील प्रशासन की टीम को लगातार दौड़ाकर रखा। चोरी छिपे अवैध खनन करने वालों पर भारी भरकम जुर्माना ठोंका गया है। अवैध खनन सामग्री में संलिप्त वाहनों को सीज किया गया है। कड़ाके की सर्दी में उप जिलाधिकारी गोपाल चौहान व तहसीलदार आशीष घिल्डियाल की टीम ने ताबड़तोड़ छापेमारी कर करीब 8 लाख 86 हजार 665 रूपये का राजस्व वसूल किया। जबकि एक अप्रैल 2020 से 31 जनवरी 2021 तक जुर्माने की राशि 77 लाख 43 हजार 553 वसूलकर राजकोष में जमा कराई गई है।
जिलाधिकारी सी रविशंकर ने जनपद में अवैध खनन को रोकने के सख्त निर्देश जारी किए है। जिलाधिकारी के निर्देशों का अनुपालन करते हुए एसडीएम गोपाल चौहान ने रणनीति बनाई। एंटी माइनिंग सेल की टीम में भारी फेरबदल किया। एंटी माइनिंग सेल की टीम से संग्रह अमीनों की छुट्टी कर दी तथा लेखपालों की टीम को जिम्मेदारी दी। जबकि एसडीएम गोपाल चौहान खुद एंटी माइनिंग सेल की टीम की मानीटरिंग करने लगे। खुद रात्रि में चेकिंग करने निकले। एंटी माइनिंग सेल की टीम एसडीएम गोपाल चौहान की अपेक्षा के अनुरूप कार्य नही कर पाई। जिसके चलते उन्होंने अवैध खनन रोकने की पूरी जिम्मेदारी खुद ही उठा ली। खनन क्षेत्रों से संबंधित पुलिस अधिकारियों को खनन सामग्री की चोरी रोकने के लिए निर्देशित किया। एसडीएम गोपाल चौहान व तहसीलदार आशीष घिल्डियाल ने क्रमश: रात्रि चेकिंग की जिम्मेदारी खुद उठा ली। जिसका नतीजा यह रहा कि खनन माफिया अधिकारियों के औचक निरीक्षण के खौफ के चलते खनन स्थलों की ओर रूख नही कर पाए। खनन माफियाओं ने अपने कदम पीछे खींचना ही मुनासिब समझा। वही कुछ चुनिंदा वाहनों को खनन सामग्री की चोरी करते हुए रंगेहाथों पकड़ा गया। जिनके खिलाफ विधिक कार्रवाई की गई है।
एसडीएम का मुखबिर तंत्र हुआ मजबूत
हरिद्वार उप जिलाधिकारी गोपाल सिंह चौहान का मुखबिर तंत्र मजबूत हो गया है। खनन क्षेत्रों से उनको लगातार सूचना मिल रही है। जिसके चलते वह निजी वाहन से चेकिंग करने निकल पड़ते है। वाहनों को पकड़कर सीज कर रहे है। जनवरी महीने की कड़ाके की सर्दी में भी एसडीएम गोपाल चौहान ने खनन क्षेत्रों में लगातार निरीक्षण कर माफियाओं के दिलों दिमाग में प्रशासन की छापेमारी का खौफ बनाकर रखा।
एंटी माइनिंग सेल भंग
अवैध खनन रोकने की जिम्मेदारी संभाल रहे एंटी माइनिंग सेल की टीम एक नियत वक्त पर खनन क्षेत्रों में पहुंचती थी। दो चार स्थानों पर घूमते हुए रात्रि करीब एक बजे तक वहां से निकल जाती थी। एसडीएम को खुश करने के लिए खनन क्षेत्रों में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने की फोटो भेज देते थे। जिसके बाद खनन माफिया बेखौफ होकर अवैध खनन करने में व्यस्त हो जाते थे। लेकिन एसडीएम गोपाल सिंह चौहान ने एंटी माइनिंग सेल की टीम को ही भंग कर दिया और खुद ही जिम्मेदारी संभाल ली। जिसका नतीजा यह रहा कि खनन माफियाओं को औचक निरीक्षण की जानकारी नही मिल पा रही।