कांवड़ मेले के दौरान हरिद्वार में अवैध निर्माण, तहसील प्रशासन ने तोड़ा, देंखे वीडियो




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नवीन चौहान
जिलाधिकारी की सुपुर्दगी और लेखपाल के रिसीवर होने के बावजूद हरिद्वार के कनखल, जगजीतपुर स्थित एक कॉलोनी में अवैध निर्माण कर लिया गया। कांवड़ मेले के दौरान कुछ लोगों ने जमीन की बाउंड्री बाल करा ली तथा एक प्लाट की फाउंडेशन का कार्य पूरा हो गया। जब अवैध निर्माण की जानकारी एसडीएम कुश्म चौहान को लगी तो उन्होंने तहसील प्रशासन की टीम को आढ़े हाथों ले लिया। तहसीलकर्मियों को जमकर फटकार लगाई और तत्काल जमीन को खाली कराने के निर्देश दिए। जिसके बाद मंगलवार सुबह नायाब तहसीलदार सुशील सैनी के नेतृत्व में पटवारी नरेंद्र कांबोज ने जेसीबी की मदद से उक्त संपत्ति को खाली कराया। बाउंड्री तोड़ने की सूचना पर पहुंचे कुछ लोगों ने स्वयं को प्लाट का मालिक बताते हुए रजिस्ट्री और दाखिला खारिज दिखाया। उक्त संपत्ति विवादित है।

हाईकोर्ट नैनीताल में एक अपील राजेश कुमार  पुत्र रूपलाल कौशल बनाम राजेंद्र गोयल पुत्र नाराताराम गोयल, नरेश कुमार पुत्र लच्छी राम निवासी गांव जगजीतपुर व अन्य के आदेश के क्रम में 16 सितंबर 2014 को कनखल के जगजीतपुर स्थित देवपुर मुस्तकहम भूमि खाता संख्या 185,186,188 कुर्क की गई है। हाईकोर्ट ने उक्त संपत्ति को डीएम की सुपुर्दगी में रखने के आदेश दिए थे। डीएम ने संपत्ति की देखभाल के लिए क्षेत्र के पटवारी को रिसीवर बनाया गया। लेकिन कांवड़ मेले के दौरान उक्त संपत्ति के कुछ प्लाटों पर लोगों ने बाउंड्री करा ली। एसडीएम कुश्म चौहान को सरकारी सुपुर्दगी की जमीन पर निर्माण की सूचना मिली तो उन्होंने तत्काल कब्जा खाली कराने के निर्देश दिए। मंगलवार की सुबह नायाब तहसीलदार सुशील सैनी, पटवारी नरेंद्र कांबोज, कानूनगो ज्वालापुर शफीक अहमद, कानूनगो फेरूपुर ऋषिपाल चौहान, पटवारी धनपुरा मदन कांबोज की टीम जेसीबी लेकर पहुंची। तहसील प्रशासन की टीम ने जमीन की पैमाइश कराई। सरकारी सुपुर्दगी वाली जमीन को कब्जा मुक्त कराया। इसी दौरान कुछ लोग रजिस्ट्री लेकर पहुंच गए। लोगों ने जमीन का दाखिला खारिज होने की बात करते हुए अपना मालिकाना हक बताया। लेकिन अधिकारियों ने यह कहकर पीछा छुड़ाया कि उक्त जमीन सरकार के कब्जे में होने का बोर्ड लगा है।