नवीन चौहान
हरिद्वार पुलिस बोली खनन माफिया गांव छोड़कर फरार हो गए है। पुलिस की टीम आरोपियों को पकड़ने के लिए लगातार दबिश दे दी रही है। लेकिन तीन दिनों बीत जाने के बाद भी मामूली खनन माफियाओं को पकड़ने में पुलिस नाकाम साबित हुई है। आरोपियों ने हरिद्वार के दो लेखपाल पर प्राणघातक हमला किया था। जिसके बाद पीड़ित लेखपाल की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया है।
बताते चले कि अवैध खनन की सूचना पर 10 फरवरी 2021 की शाम को लेखपाल लेखचंद्र गुप्ता और धनीराम सैनी प्रशासनिक टीम के साथ ढालूवाला क्षेत्र में अवैध खनन को रोकने पहुंचे थे। इस दौरान मौके पर दो ट्रैक्टर ट्रालियों में अवैध खनन सामग्री भरी जा रही थी। प्रशासनिक टीम ने जब वाहनों को पकड़ने का प्रयास किया तो आरोपियों ने गाली गलौच और मारपीट करते हुए खनन सामग्री से भरे वाहनों को भगा दिया गया। जिसके बाद मौजूद खनन माफियाओं ने प्रशासनिक टीम के साथ मारपीट शुरू कर दी। प्रशासनिक टीम ने किसी तरह अपनी जान बचाई और अधिकारियों को घटना की जानकारी दी। लेखपाल लेखचंद्र की तहरीर पर सिडकुल थाने में तहरीर दी गई। एसओ सिडकुल एसएल बुटोला ने बताया कि कि श्रवण व शिवदत्त निवासी ढालूवाला व दो अन्य अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। लेकिन सबसे मजेदार बात यह है कि इस घटना के तीन दिन बीत जाने के बाद भी आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो पाई। पुलिस की कार्यशैली पर ही सवालिया निशान लगने शुरू हो गए। पूरे प्रकरण पर जिलाधिकारी सी रविशंकर की नजर बनी हुई है। वही एसएसपी सेंथिल अबुदई कृष्णराज एस ने भी सिडकुल एसओ लखपत सिंह बुटोला से आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए और पुलिस की अभी तक की कार्रवाई की रिपोर्ट ली है।जिसके बाद सिडकुल थाना पुलिस पर आरोपियों की गिरफ्तारी करने का दबाब है। ऐसे में पुलिस को अपनी काबलियत दिखाने का भी अवसर है। एक मामूली अपराधी की तीन दिन तक गिरफ्तारी नही हो पाने से पुलिस की किरकिरी हो रही है।
हरिद्वार पुलिस बोली खनन माफिया गांव छोड़कर फरार

