उत्तराखंड सरकार के मंत्रियों को नहीं पत्रकारों की कोई परवाह, पढ़ें पूरी खबर




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नवीन चौहान, हरिद्वार। कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज और नगर निगम के मेयर मनोज गर्ग के समर्थकों के बीच सरेराह लाठी डंडे व पथराव में घायल पत्रकारों की सुध किसी ने नहीं ली गई। इस घटना में कुछ पत्रकारों को गंभीर चोट आई थी। घायल पत्रकारों ने खुद निजी अस्पताल प्राथमिक उपचार लिया। जबकि प्रदेश सरकार के दो कैबिनेट मंत्री शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक और पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज हरिद्वार से ही और चंद कदमों की दूरी पर ही उनके आशियाने है। इन दोनों ने हरिद्वार शहर में होने के बावजूद भी घायल पत्रकारों का कुशलक्षेम पूछना तक मुनासिब नहीं समझा और ना ही घायल पत्रकारों के लिये कोई आर्थिक सहायता की पेशकश की गई। आखिरकार प्रेस क्लब हरिद्वार की कार्यकारिणी ने घटना की निंदा करते हुये घायल पत्रकारों को आर्थिक सहायता दिलाए जाने के लिये जिलाधिकारी के माध्यम से प्रदेश के मुख्यमंत्री को ज्ञापन दिया है।
गत दिनों कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज के आश्रम की दीवार को गिराने के दौरान मेयर मनोज गर्ग के समर्थकों और सतपाल के समर्थकों के बीच विवाद हुआ था। इस प्रकरण में बीच सड़क पर ही लाठी डंडे और पथराव हुआ था। घटना स्थल पर लोकतंत्र का चौथा स्तंभ माने जाने पत्रकार पूरी सजगता के साथ अपनी जान की परवाह किये बिना कवरेज कर रहे थे। पत्रकार पथराव के बीच फोटो और वीडियो बना कर अपने कर्तव्य का पालन कर रहे थे। इस पथराव में कुछ पत्थर और डंडे पत्रकारों को भी लगे। जिससे कुछ पत्रकारों को गंभीर चोट आ गई। घायल पत्रकारों ने पूरी निष्ठा के साथ अपने फर्ज को अंजाम दिया और बाद में निजी अस्पताल जाकर अपना उपचार किया। इस प्रकरण में हद तो तब हो गई जब शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक और पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने घायल पत्रकारों की कोई सुध नहीं ली। दोनों मंत्रियों का कोई प्रतिनिधि भी घायलों का हॉल चाल जानने नहीं पहुंचा। अपने घायल पत्रकारों को आर्थिक सहायता दिलाने के लिये प्रेस क्लब हरिद्वार की ओर से पहल की गई। प्रेस क्लब अध्यक्ष मनोज सैनी व महामंत्री अमित गुप्ता सहित कार्यकारिणी में घटना की निंदा करते हुये आर्थिक सहायता के लिये जिला प्रशासन को ज्ञापन देने पर सहमति बनाई गई। जिसके बाद प्रेस क्लब अध्यक्ष मनोज सैनी, महामंत्री अमित गुप्ता, कोषाध्यक्ष नवीन पांडेय के नेतृत्व में प्रेस क्लब का एक प्रतिनिधिमंडल जिलाधिकारी दीपक रावत से मिला और मुख्यमंत्री के नाम की ज्ञापन की प्रति उनको सौंप दी। ज्ञापन में दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने और पत्रकारों को उचित आर्थिक सहायता दिलाये जाने की मांग की है। अध्यक्ष मनोज सैनी ने बताया कि राज्य सरकार के मंत्री सतपाल महाराज और मदन कौशिक ने पत्रकारों के चोट के संबंध में कोई संवेदना व्यक्त नहीं की है। घायल पत्रकार राहुल वर्मा, लव शर्मा, अरुण मिश्रा और सचिन कुमार इस घटना की कवरेज करते समय घायल हुए थे।