पथ प्रवाह, देहरादून
हरियाणा और उत्तराखंड पुलिस के लिए सिरदर्द बने कुख्यात अपराधी सुनील कपूर (36 वर्ष, निवासी जिंद, हरियाणा) ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने आरोपी की घेराबंदी कर ली थी। लेकिन पुलिस की गिरफ्तारी से बचने के लिए आरोपी ने मौंत की नींद सोना ही बेहतर समझा।
आरोपी सुनील कपूर वही अपराधी है, जिसने 13 सितम्बर 2025 को हरिद्वार बस स्टैंड के पास हरियाणा पुलिस उपनिरीक्षक सुरेंद्र कुमार को पकड़ने के दौरान पिस्तौल से गोली मार दी थी। इस हमले में उपनिरीक्षक सुरेंद्र के पेट और हाथ में दो गोलियां लगी थीं। फिलहाल उनका इलाज एम्स ऋषिकेश में चल रहा है।
ऐसे पहुंची पुलिस तक आरोपी की लोकेशन
घटना के बाद से ही हरिद्वार और जिंद पुलिस की टीमें लगातार आरोपी की तलाश में जुटी थीं। इसी बीच पुलिस को सूचना मिली कि सुनील कपूर देहरादून के लक्ष्मण चौक स्थित अपने रिश्तेदार के घर में छिपा हुआ है।
जानकारी मिलते ही हरिद्वार पुलिस, जिंद पुलिस और देहरादून पुलिस की संयुक्त टीम ने आरोपी के ठिकाने पर दबिश दी और घर को चारों ओर से घेर लिया।
आत्मघाती कदम
पुलिस टीम ने आरोपी को सरेंडर करने के लिए कई बार कहा, लेकिन गिरफ्तारी से बचने के लिए सुनील कपूर ने अपनी लाइसेंसी रिवॉल्वर से खुद को गोली मार ली। मौके पर ही उसकी मौत हो गई।
पुलिस जांच
घटनास्थल पर फॉरेंसिक टीम को बुलाकर साक्ष्य संकलन, फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी कराई गई। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून ने भी घटनास्थल का निरीक्षण कर अधिकारियों से पूरी जानकारी ली। आरोपी के शव का पंचायतनामा भर पोस्टमार्टम की कार्रवाई की जा रही है।
सुनील कपूर का आपराधिक इतिहास
पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार सुनील कपूर के खिलाफ हरियाणा और उत्तराखंड में कई संगीन मुकदमे दर्ज थे। इनमें धोखाधड़ी, जबरन वसूली, साइबर अपराध और जानलेवा हमले के केस शामिल हैं। प्रमुख मुकदमे इस प्रकार हैं–
- मुकदमा संख्या 370/24, थाना सिविल लाइन, जिंद – गंभीर धाराएँ (308, 356, 319, 386 आदि)
- मुकदमा संख्या 487/24, थाना सिविल लाइन, जिंद – बीएनएस और आईटी एक्ट की धाराएँ
- मुकदमा संख्या 611/20, थाना सिविल लाइन, जिंद – धारा 384 आईपीसी (जबरन वसूली)
- मुकदमा संख्या 618/25, थाना कोतवाली नगर, हरिद्वार – धारा 109 बीएनएस