आईजी रिद्धिम अग्रवाल ने बच्चों को पहनाए गर्म कपड़े और सिर पर रखा हाथ




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सेवा, संवेदना और सशक्त भविष्य की ओर एक प्रेरणादायक पहल
हल्द्वानी।
आईजी रिद्धिम अग्रवाल तेज तर्रार पुलिसिंग की कार्यशैली के लिए पहचानी जाती है। पीड़ितों को न्याय दिलाने और समाज के अंतिम पंक्ति में खड़े कमजोर व्यक्ति की मदद करने में सबसे आगे रहती है। लेकिन इस बार उन्होंने बच्चों के जीवन में मुस्कान और आत्मविश्वास भरने की दिशा में अनूठी पहल की है। उन्होंने आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों को सशक्त बनाने के लिए उनके सिर पर हाथ रखकर आशीर्वाद देने के साथ ही गर्म कपड़े पहनाकर उनका मनोबल बढ़ाया।
हल्द्वानी स्थित आई.जी. कुमाऊँ कैंप कार्यालय आईजी रिद्धिम अग्रवाल ने टीम थाल सेवा के सहयोग से झुग्गी-झोपड़ी बस्तियों में निवास करने वाले तथा वीरांगना सोसाइटी में प्रारंभिक शिक्षा ग्रहण कर रहे लगभग 125 गरीब एवं जरूरतमंद स्कूली बच्चों को स्वेटर, जूते और मौजे वितरित किए गए।

आईजी. कुमाऊँ श्रीमती रिद्धिम अग्रवाल ने स्वयं बच्चों को गर्म कपड़े पहनाए, उनका स्नेहपूर्वक हालचाल जाना तथा उन्हें जलपान भी कराया। बच्चों के चेहरों पर खिली मुस्कान इस बात का प्रमाण थी कि संवेदनशील प्रशासनिक पहल किस प्रकार समाज में सकारात्मक बदलाव ला सकती है। आईजी रिद्धिम अग्रवाल ने बच्चों को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं देते हुए उनके आत्मविश्वास को बढ़ाया और उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।

कार्यक्रम के दौरान आई.जी रिद्धिम अग्रवाल ने टीम थाल सेवा के मानवीय प्रयासों और वीरांगना सोसाइटी द्वारा जरूरतमंद बच्चों को दी जा रही निःशुल्क शिक्षा की भूरी-भूरी प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि समाज के कमजोर वर्ग के बच्चों को शिक्षा और संरक्षण देना केवल एक दायित्व नहीं, बल्कि भविष्य के सशक्त निर्माण की नींव है।

आई.जी. रिद्धिम अग्रवाल ने बच्चों को लक्ष्य निर्धारण के महत्व पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि जीवन में स्पष्ट लक्ष्य तय करने से दिशा मिलती है और आत्मविश्वास बढ़ता है। भविष्य में ऐसे कार्यक्रम समय-समय पर आयोजित किए जाएंगे, जिनमें प्रत्येक बच्चे से उसके जीवन के लक्ष्य के बारे में संवाद किया जाएगा, ताकि उन्हें निरंतर मार्गदर्शन, प्रेरणा और सही दिशा मिल सके।

इस अवसर पर टीम थाल सेवा के अध्यक्ष उमंग वासुदेवा सहित राजीव बग्गा, प्रवीण मित्तल, राजीव वाही, स्वाति कपूर, हरित कपूर, कनिका वासुदेवा, रीना मानसेरा, सारिका मित्तल तथा वीरांगना सोसाइटी की संचालिका श्रीमती गुंजन अरोरा विशेष रूप से उपस्थित रहीं। सभी अतिथियों ने इस पहल को समाज के लिए प्रेरणास्रोत बताते हुए भविष्य में भी ऐसे प्रयासों को निरंतर जारी रखा जायेगा।