दहेज के लिए विवाहिता पर जुल्म, 10 लाख की मांग पूरी न होने पर घर से निकाला




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हरिद्वार।
दहेज की मांग पूरी न होने पर एक विवाहिता के साथ मारपीट कर उसे घर से बाहर निकाल देने का गंभीर मामला सामने आया है। पीड़िता का आरोप है कि पति और ससुराल पक्ष के लोग लगातार उस पर 10 लाख रुपये लाने का दबाव बना रहे थे। विरोध करने पर मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया गया। पुलिस ने तहरीर के आधार पर पति समेत ससुराल के कई सदस्यों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

कोतवाली पुलिस को दी गई शिकायत में हरिलोक कॉलोनी निवासी पारूल गौतम ने बताया कि उसका विवाह 5 फरवरी 2017 को विपिन प्रताप सिंह पुत्र यशपाल सिंह, निवासी पंत विहार कॉलोनी, थाना सदर बाजार, सहारनपुर के साथ सामाजिक रीति-रिवाजों के अनुसार हुआ था। शादी के कुछ समय बाद ही पति, सास उर्मिला, ससुर यशपाल सिंह, जेठ विनय और जेठानी विमल दहेज को लेकर ताने देने लगे और मायके से कम सामान लाने का आरोप लगाने लगे।

पीड़िता के अनुसार, ससुराल पक्ष लगातार 10 लाख रुपये की अतिरिक्त दहेज मांग करने लगा। 14 जनवरी 2018 को सहारनपुर के एक अस्पताल में उसके पुत्र विहान का जन्म हुआ और 14 सितंबर 2022 को दूसरी संतान पुत्री का जन्म हुआ। दोनों अवसरों पर मायके पक्ष की ओर से सोने-चांदी के जेवरात, कपड़े और अन्य सामान दिया गया, इसके बावजूद ससुरालियों की दहेज की मांग खत्म नहीं हुई।

आरोप है कि लंबे समय से चल रहे मानसिक और शारीरिक उत्पीड़न के बाद 22 सितंबर को ससुराल वालों ने दहेज की मांग पूरी न होने का हवाला देते हुए पारूल गौतम को घर से बाहर निकाल दिया और साफ कह दिया कि बिना पैसे लाए उसे वापस नहीं आने दिया जाएगा। पीड़िता ने बताया कि इसके बाद वह अपने मायके में रह रही थी।

शिकायत में यह भी आरोप लगाया गया है कि 28 सितंबर की दोपहर जब वह बस स्टैंड जर्स कंट्री के पास बस का इंतजार कर रही थी, तभी वहां पति, सास और ससुर पहुंचे। तीनों ने गाली-गलौच करते हुए उसके साथ मारपीट की। आसपास के लोगों के एकत्र होने पर आरोपी मौके से फरार हो गए।

कोतवाली प्रभारी कुंदन सिंह राणा ने बताया कि पीड़िता की तहरीर के आधार पर पति विपिन प्रताप सिंह समेत सास-ससुर और अन्य ससुरालीजनों के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच की जा रही है और साक्ष्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।