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ओमकार लाइफलाइन हॉस्पिटल मरीजों को चिकित्सीय सुविधाओं का लाभ देने के लिए लगातार अपनी सेवाओं में विस्तार कर रहा है। अनुभवी चिकित्सकों की टीम को हॉस्पिटल से जोड़कर मरीजों को सुविधाएं प्रदान कर रहा है। उत्तराखंड के वरिष्ठ कार्डियोलोजिस्ट डॉ. अनुराग रावत भी हरिद्वार के मरीजों की सेवा के लिए ओमकार हॉस्पिटल में पहुंच चुके है।

ओमकार लाइफलाइन हॉस्पिटल ने रविवार को एक निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर आयोजित किया। यह शिविर वरिष्ठ पत्रकार एवं प्रोफेसर स्व. पी.एस. चौहान की स्मृति में आयोजित किया गया। शिविर का उद्घाटन हॉस्पिटल के चेयरमैन डॉ. मोहित चौहान ने किया।
इस अवसर पर उपस्थित वरिष्ठ कार्डियोलोजिस्ट डॉ. अनुराग रावत ने हृदय रोगों की गंभीरता पर विस्तृत चर्चा की। उन्होंने बताया कि आजकल युवा भी हृदय रोगों से ग्रस्त हो रहे हैं, जिसका मुख्य कारण अनियमित जीवनशैली, जंक फूड, धूम्रपान और तनाव है। उन्होंने कहा कि हृदय रोगों से बचाव के लिए नियमित स्वास्थ्य जांच, ब्लड प्रेशर और शुगर स्तर की निगरानी, तथा रोजाना कम से कम 30 मिनट का व्यायाम करना जरूरी है। डॉ. रावत ने यह भी कहा कि “हार्ट अटैक अचानक नहीं होता, बल्कि यह लंबे समय तक शरीर के अंदर पनपने वाली बीमारी का नतीजा है। यदि शुरुआती लक्षण जैसे सीने में दर्द, सांस फूलना, अत्यधिक थकान को नज़रअंदाज न किया जाए, तो मरीज की जान बचाई जा सकती है।”
डेंटल सर्जन डॉ. मनु सिंह ने दंत स्वास्थ्य पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहा कि मौखिक स्वच्छता केवल सुंदर मुस्कान के लिए ही नहीं बल्कि पूरे शरीर के स्वास्थ्य के लिए भी जरूरी है। उन्होंने बताया कि “मसूड़ों की बीमारी, कैविटी और दांतों का गिरना अब बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक आम समस्या बन चुकी है। इनका सीधा असर पाचन तंत्र और हृदय स्वास्थ्य पर भी पड़ सकता है।” डॉ. सिंह ने सभी को सलाह दी कि दिन में दो बार ब्रश करें, मीठी और चिपचिपी चीजों का सेवन कम करें और हर छह महीने में एक बार दंत जांच अवश्य कराएं।
स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. अंशु गुप्ता ने महिलाओं की बीमारियों पर चर्चा में बताया कि कि समाज में आज भी महिलाएं अपने स्वास्थ्य को लेकर लापरवाह रहती हैं। उन्होंने कहा कि मासिक धर्म से जुड़ी समस्याएं, थायरॉइड, पीसीओडी, गर्भाशय संबंधी रोग और गर्भावस्था देखभाल जैसे मुद्दे समय पर पहचान और इलाज की मांग करते हैं। डॉ. गुप्ता ने कहा कि “महिलाएं संकोचवश डॉक्टर से परामर्श नहीं लेतीं, जिससे गंभीर बीमारियां बढ़ जाती हैं। यदि महिलाएं जागरूक हों और समय रहते इलाज लें तो इन बीमारियों से आसानी से बचा जा सकता है।” उन्होंने महिलाओं को संतुलित आहार, योग और मानसिक शांति बनाए रखने की सलाह भी दी।
जनरल सर्जन डॉ. निलेश गिरी ने शल्य चिकित्सा संबंधी बीमारियों जैसे आंतों की समस्या, हर्निया, पित्त की थैली में पथरी और अपेंडिक्स आदि पर जानकारी दी। उन्होंने कहा कि “आजकल गलत खानपान और तनावपूर्ण जीवनशैली के कारण पेट और पाचन से जुड़ी बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं। लोग तब तक डॉक्टर के पास नहीं आते जब तक दर्द असहनीय न हो जाए, जबकि शुरुआती चरण में जांच और इलाज आसान होता है।” उन्होंने मरीजों को सलाह दी कि पेट दर्द, सूजन या उलझन जैसी शिकायत को कभी नज़रअंदाज न करें। समय रहते इलाज होने पर ऑपरेशन जैसी स्थिति से बचा जा सकता है।
कार्यक्रम के अंत में चेयरमैन डॉ. मोहित चौहान ने हॉस्पिटल की आधुनिक सुविधाओं और समाज सेवा की भावना पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि ओमकार लाइफलाइन हॉस्पिटल का ध्येय केवल बीमारियों का इलाज करना नहीं, बल्कि लोगों को स्वस्थ रहने की दिशा में मार्गदर्शन देना है। उन्होंने बताया कि हॉस्पिटल में अत्याधुनिक तकनीक से लैस मशीनें और विशेषज्ञ डॉक्टर मौजूद हैं, ताकि हर मरीज को बेहतर से बेहतर उपचार दिया जा सके।
विदित हो कि हॉस्पिटल के उदघाटन के बाद यह पहला निशुल्क स्वास्थ्य शिविर लगाया गया है। जिसमें बड़ी संख्या में स्थानीय लोग पहुंचे और विभिन्न चिकित्सकों से निःशुल्क जांच और परामर्श प्राप्त किया। लोगों ने इसे समाजहित में सराहनीय कदम बताते हुए हॉस्पिटल प्रबंधन का आभार व्यक्त किया।