योगेश शर्मा
हरिद्वार के खन्ना नगर में हुआ प्रकरण हाईप्रोफाइल बन चुका है। शहर की जनता इस प्रकरण को दो नेताओं के वर्चस्व की जंग के रूप में देख रही है। लेकिन इस प्रकरण में ज्वालापुर कोतवाली में दर्ज मुकदमे में कई युवाओं का भविष्य दांव पर लग चुका है। पुलिस फरार आरोपियों पर दस-दस हजार का इनाम घोषित कर चुकी है। इसी प्रकरण पर हरिद्वार के वरिष्ठ अधिवक्ता अरविंद श्रीवास्तव ने अपने विचार रखे है।
अधिवक्ता अरविंद श्रीवास्तव ने कहा कि जानकारी के मुताबिक दो पक्षों में संघर्ष हुआ और फायरिंग की गई। लेकिन फायरिंग में दोनों पक्षो का एक व्यक्ति के घायल ना होना, मेडिकल नही होना, घटना के संबंध में संदेह पैदा करता है।
उन्होंने कहा कि वायरल वीडियो में मुख्य आरोपियों से इतर कोई अन्य व्यक्ति ही तमंचा लेते हुए दिखाई पड़ रहा है। जिससे यह भी साफ नही है कि फायरिंग हुई भी है या नही। लेकिन जिन लोगों के बारे में मुकदमे में फायरिंग करने के बारे में बताया गया है। इसका कोई साक्ष्य पुलिस के सामने नही आया है। ऐसे में सवाल पुलिस की जांच पर है। पुलिस निष्पक्षता से जांच करके दूध का दूध और पानी का पानी करें।