स्वीडन की महिला के दावों की हकीकत, जानिए पूरी खबर




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नवीन चौहान,

हरिद्वार। स्वीडन की रहने वाली एक एनआरआई महिला वर्षा राजपूत ने बिजली विभाग के अधिशासी अभियंता राकेश कुमार पर पहली पत्नी के रहते दूसरी शादी करके उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है। वर्षा राजपूत का दावा है कि उसने राकेश से मंदिर में शादी की थी। लेकिन राकेश ने उसके हक से वंचित कर दिया है। कोर्ट के आदेश से वह राकेश के घर में दाखिल हुई तो उसके साथ मारपीट की गई। जब इस मामले की शिकायत हरिद्वार पुलिस से की गई तो उसकी कोई मदद नहीं की गई है। एसएसपी कृष्ण कुमार वीके को मैसेज किया तो उन्होंने भी कोई जबाव नहीं दिया। जबकि पुलिस ने उसी के खिलाफ ही मुकदमा दर्ज कर लिया है। वह अब इंसाफ के लिये दर-दर भटक रही है। वही अधिशासी अभियंता राकेश कुमार ने वर्षा राजपूत के तमाम दावों का खंडन किया है। उन्होंने कहा कि इस महिला की सभी बात झूठी है। मैंने उसकी मदद की थी। जिसके बाद से वह लगातार उनका और उनके परिवार का मानसिक उत्पीड़न कर रही है।

सोमवार को ज्वालापुर कोतवाली पुलिस ने एक अधिशासी अभियंता के परिवार की ओर से भेल निवासी वर्षा राजपूत के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। परिवार का आरोप था कि वर्षा राजपूत ने परिवार के लोगों को घर में बंधक बनाकर रखा है और सभी को गाली गलौज व जान से मारने की धमकी दे रही है। इस प्रकरण में पुलिस ने वर्षा राजपूत के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी है। मंगलवार को वर्षा राजपूत ने प्रेस क्लब में पत्रकारों से वार्ता करते हुये कई राज से पर्दा उठाया। वर्षा राजपूत ने बताया कि बिजली विभाग के अधिशासी अभियंता राकेश कुमार ने उससे शादी की और मांग में सिंदूर भरा था। इसी लिहाज से वह उसकी पत्नी होने का दावा कर रही है। उसने कोर्ट के आदेश पर राकेश कुमार के घर में एक कमरा हासिल किया था। लेकिन घर के कमरे में पहुंचते ही परिवार के लोगों ने उसके साथ अभद्रता की। वही वर्षा राजपूत ने कई अन्य संगीन आरोपों भी लगाये।
राकेश को पता नहीं कब हुई शादी
इस प्रकरण में जब अधिशासी अभियंता राकेश कुमार का पक्ष जाना तो उन्हांने वर्षा राजपूत के द्वारा उत्पीड़न करने की जानकारी दी। बताया कि एक बिजली संबंधी सिलसिले में वर्षा सिडकुल स्थित बिजली विभाग के ऑफिस में आई थी। उसने खुद को तलाकशुदा बताया और मदद करने की बात कही। तलाकशुदा महिला वर्षा की परेशानी देखते हुये उसका कार्य प्राथमकिता के आधार पर कर दिया। उसके बाद वह धन्यवाद देने आई और एक प्रोजेक्ट के सिलसिले में बात करने लगी। उसने कई बार स्वीडन से फोन किया। फिर वह पढ़ाई का वीजा लेकर हरिद्वार आ गई। उसने शादी के कागज कब और कैसे बनाये उनको कोई जानकारी नहीं है। वर्षा ने खुद को पांच सौ साल पुराना प्यार बताया। अब पता नहीं इसकी मंशा क्या है। इस पूरे घटनाक्रम से उनका पूरा परिवार मानसिक तनाव के दौर से गुजर रहा है।