विश्वविद्यालय कर रहा देश के सैन्य कर्मियों को प्रशिक्षित कर दक्ष बनाने में सहयोग: सूर्य प्रताप शाही




Listen to this article

न्यूज 127.
कृषि एवं ​कृषि शिक्षा मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि आज का यह अवसर विश्वविद्यालय के लिये स्वर्णिम दिन है, जब हम देश के सैन्य कर्मियों को प्रशिक्षित कर उन्हें दक्ष बनाने में सहयोग कर रहे हैं। उन्होंने विश्वविद्यालय को इस पुनीत कार्य के लिये बधाई दी। कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार कृषकों के हित में नये नये कार्यक्रम ला रही है। जिससे कृषकों की आय में वृद्धि हो सके। इस दौरान उन्होंने विश्वविद्यालय द्वारा किये जा रहे कार्यों की सराहना की।

प्रसार निदेशालय सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, मेरठ द्वारा नैदानिक सभागार, पशु चिकित्सा महाविद्यालय में पुनर्वास महानिदेशालय, रक्षा मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा वित्त पोषित प्रथम बैच प्रशिक्षणार्थी सैन्य कर्मियों को प्रशिक्षण प्रमाण पत्र वितरण एवं दयाल ग्रुप द्वारा प्रायोजित सर्वश्रेष्ठ कृषि विज्ञान केन्द्रों एवं प्रगतिशील कृषकों का सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। समारोह के मुख्य अतिथि सूर्य प्रताप शाही, कृषि, कृषि शिक्षा एवं अनुसंधान मंत्री, उत्तर प्रदेश ने प्रशिक्षणार्थी सैन्य कर्मियों को प्रमाण पत्र वितरित किये तथा दयाल ग्रुप द्वारा प्रायोजित सर्वश्रेष्ठ कृषि विज्ञान केन्द्रों एवं प्रगतिशील कृषकों को पुरस्कृत किया।

विश्वविद्यालय के कुलपति डा० के०के० सिंह ने अवगत कराया कि माननीया राज्यपाल उ०प्र० और विश्वविद्यालय की कुलाधिपति श्रीमती आनंदीबेन पटेल जी की गरिमामयी उपस्थिति में पुनर्वास महानिदेशालय, रक्षा मंत्रालय, भारत सरकार के महानिदेशक एवं विश्वविद्यालय ने समझौता ज्ञापन पर 04 सितम्बर, 2024 को अनुबन्ध हस्ताक्षर किए जिसके अन्तर्गत सेवानिवृत्त हो रहे / सेवानिवृत्त सैन्य कर्मियों को विश्वविद्यालय प्रशिक्षित करेगा। सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, मेरठ इस तरह के अनुबंध पर हस्ताक्षर करने वाला देश का प्रथम कृषि विश्वविद्यालय हैं। इसी कम में प्रथम वैध के प्रशिक्षण का आयोजन ‘कुक्कुट उत्पादन से उद्यमिता विकास विषय पर किया गया। जिसमें 30 प्रशिक्षार्थियों ने भाग लिया।

कैप्टन विकास गुप्ता, अध्यक्ष उत्तर प्रदेश कृषि अनुसंधान परिषद, लखनऊ ने कहा कि इस तरह के प्रशिक्षणों के आयोजनो से हमारे सेवानिवृत्त हो रहे सेवानिवृत्त सैन्य कर्मी सेवानिवृत्त होने के बाद राष्ट्र की सेवा एक कुशल उद्यमी के रूप में करेंगे। जो कि विकसित भारत मिशन में एक अच्छा प्रयास है। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि लेफ्टीनेंट कर्नल जयदीप सिंह पुनर्वास महानिदेशालय, रक्षा मंत्रालय, भारत सरकार ने अपने सम्बोधन में कहा कि कौशल उन्मुख प्रशिक्षण कार्यक्रम का उदेदश्य है कि सेवानिवृत्त हो रहे / सेवानिवृत्त सैन्य कर्मी प्रशिक्षण उपरान्त स्वरोजगार के लिए छोटी इकाइयां स्थापित कर सकें।

अभय कुमार, अध्यक्ष दयाल ग्रुप ने अपने सम्बोधन में कहा कि दयाल ग्रुप एवं विश्वविद्यालय के मध्य हुये अनुबन्ध के परिपालन में 03 सर्वश्रेष्ठ कृषि विज्ञान केन्द्रों एवं 06 प्रगतिशील कृषकों को नगद ईनाम एवं ट्राफी से सम्मानित किया गया। डा० डी०के० सिंह, पाठ्यक्रम समन्ययक ने 21 दिवसीय प्रशिक्षण के विषय में विस्तार से बताया एवं इस अवसर पर प्रशिक्षार्थियों हेतु लिखित पुस्तक कुक्कुट पालन का माननीय मंत्री जी एवं अन्य गणमान्य अतिथियों से विमोचन कराया।

कार्यकम में दयाल ग्रुप एवं सरदार सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, मेरठ के मध्य हुए समझौता ज्ञापन के अन्तर्गत विश्वविद्यालय कार्यक्षेत्र के 03 सर्वश्रेष्ठ कृषि विज्ञान केन्द्रों कमशः अमरोहा, शाहजहाँपुर एवं सम्मल को रू0 21000-21000/- की धनराशि पुरस्कार के रूप में प्रदान कर पुरस्कृत किया गया। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 06 प्रगतिशील कृषकों कमशः जगदीश सिंह चौहान, हापुड, राकेश सिरोही, बुलंदशहर, चंचल शांडिल्य, गौतमबुद्धनगर, सुश्री शुभायरी चौहान, सहारनपुर, ऋतुराज सिंह, बिजनौर, राकेश कुमार, मुजफ्फरनगर को रू0 11000-11000/- की धनराशि एवं सम्मान प्रमाण पत्र दयाल ग्रुप की तरफ से प्रायोजित किया गया है।

कार्यक्रम के अन्त में डा० पी०के० सिंह, निदेशक प्रसार ने धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम में कुलसचिव, वित्त नियंत्रक महाविद्यालयों के अधिष्ठाता, निदेशक शोध, समस्त विभागाध्यक्ष, के०पी०के० प्रभारी एवं प्रसार निदेशालय के डा० पी०के० सिंह, डा० सर्वेश कुमार लोधी, डा० एस० के० त्रिपाठी, डा० हरीओम कटियार एवं वी०पी० सिंह उपस्थित रहे।