मेरठ।
सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में 20 कृषि विज्ञान केंद्रों पर नवनियुक्त विषय विशेषज्ञों हेतु कृषि विपणन पर प्रेरण कार्यक्रम विषय पर आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला का आज समापन हो गया। कार्यशाला का शुभारंभ कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर केके सिंह की अध्यक्षता में हुआ।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफ़ेसर केके सिंह ने कहा कि देश में उत्पादित खाद्यान्न फल सब्जी में कटाई उपरांत होने वाले नुकसान को कम करने की आवश्यकता है। जिसका मुख्य कारण कटाई उपरांत भंडारण एवं प्रोसेसिंग सुविधा का अभाव है। अन्य देशों की तुलना में हमें अपने देश में भंडारण एवं प्रो सिंह को बढ़ावा देना होगा जिससे की कटाई उपरांत होने वाले नुकसान को कम किया जा सके। उन्होंने कहा कि कुछ कृषि विज्ञान केंद्रों के वैज्ञानिक उत्पादित खाद्यान्न एवं फल सब्जियों को ऐप के माध्यम से अच्छी दरों पर किसान के उत्पाद की बिक्री करवा रहे हैं। विदेशों में किसान किसी भी उत्पाद का उत्पादन डिमांड के आधार पर करवाते हैं जिससे उन्हें अच्छा मूल मिल जाता है। कुलपति केके सिंह ने कहा कि भारत में किसान एक दूसरे को देखकर या उन्हीं फसलों को लेता है जिनका बाजार मूल्य पूर्व में अच्छा रहता है जिसके फलस्वरूप उत्पादन अधिक हो जाने के कारण बाजार मूल्य कम हो जाता है। उन्होंने कहा कि किसानों को उन फसलों का चुनाव करना चाहिए जिनकी कीमत अच्छी मिल सके।
कुलपति ने कार्यशाला में उपस्थित प्रतिभागियों से फीडबैक लिया एवं सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र भी वितरित किए। कुलपति ने इस अवसर पर उपस्थित प्रतिभागियों को निर्देशित किया कि कार्य क्षेत्र जनपद जनपदों के कृषकों को उत्पादित खाद्यान्न की उचित मूल्य पर बिक्री करने हेतु विभिन्न ऐप जैसे ऐमेज़ॉन फ्लिपकार्ट आदि के माध्यम से बिक्री हेतु प्रेरित किया जाए। कृषि विपणन में उपयोग में आने वाले विभिन्न ऐप नेटवर्क चैनल के माध्यम से उसको को जागरूक किया जाए साथ ही उपस्थित खाद्यान्न एवं फल सब्जियों के प्रसंस्करण को बढ़ावा दिया जाए जिससे किसको को उत्पादित खाद्यान्न की बिक्री हेतु उचित मूल्य मिल सके।
कार्यशाला के तकनीक सत्र में डॉ एस आर सिंह उपनिदेशक नियम एनआईओएस द्वारा भारत में कृषि विपणन की स्थिति एवं संभावनाओं कृषि विपणन में राष्ट्रीय कृषि बाजार की भूमिका उत्पादित खाद्यान्न का प्रसंस्करण कृषि विपणन का महत्व कृषि विपणन नीति कृषि विपणन में कृषक उत्पादक संगठन की भूमिका तथा कृषि विपणन हेतु भारत सरकार द्वारा संचालित विभिन्न ऐप के माध्यम से उत्पादन के विपणन की प्रक्रिया आदि विषय पर विस्तृत चर्चा की गई एवं उपस्थित प्रतिभागियों की विषय से संबंधित जिज्ञासाओं का समाधान भी किया गया।
कार्यशाला में निदेशक प्रसार डॉ पीपी सिंह ने बताया कि कार्यशाला में तकनीकी सत्रों में कृषि विपणन से संबंधित विभिन्न पहलुओं पर विस्तृत चर्चा की गई है उन्होंने बताया कि कार्यशाला में विश्वविद्यालय के अधीन संचालित कृषि विज्ञान केंद्र पर कार्य 509 मुख्य विषय विशेषज्ञों के साथ.साथ कृषि महाविद्यालय के कृषि अर्थशास्त्र विभाग के विभाग अध्यक्ष एवं परास्नातक छात्रों ने भी प्रतिभाग किया। कार्यशाला के सफल आयोजन में प्रसार निदेशालय के डॉक्टर प्रवीण कुमार सिंह तथा डॉक्टर के जी यादव एवं विनय प्रताप सिंह का विशेष योगदान रहा।
- सिडकुल में नकली शैंपू फैक्ट्री का भंडाफोड़, तीन गिरफ्तार — 15 लाख की खेप बरामद
- हरियाणा का मोस्ट वांटेड, हरिद्वार पुलिस का सिरदर्द आरोपी खुद मौत की नींद सोया
- हरिद्वार बस अड्डे के स्थानांतरण, कॉरिडोर और जान्हवी मार्केट के मुददे पर व्यापारी आक्रोषित
- हरियाणा के दारोगा को गोली मारने वाले आरोपी सुनील ने खुद को गोली मारकर की आत्महत्या
- मॉर्निंग वॉक पर निकली बुजुर्ग महिला से बदमाश ने लूटी चेन