जब रंगों ने बोलना शुरू किया… डीपीएस रानीपुर में बच्चों ने भरी कल्पनाओं की उड़ान




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दीपक चौहान
हरिद्वार में दिसंबर के महीने की ठंडी सुबह, हल्की धूप और डीपीएस रानीपुर का विशाल प्रांगण… लेकिन आज स्कूल का माहौल कुछ अलग ही था। कहीं ब्रश थामे नन्हे हाथ थे, कहीं रंगों से सजी ड्राइंग सीट, कहीं उत्साह से चमकती आँखें और कहीं अपनी कल्पनाओं को कागज़ पर उतारने की अद्भुत तल्लीनता। मौका था 33वीं अन्तर्विद्यालयी आशुचित्रकला प्रतियोगिता का — जिसमें हरिद्वार और रुड़की के 21 विद्यालयों से लगभग 1000 बच्चे रंगों के साथ अपने सपनों को उड़ान देने पहुंचे थे।

किसी बच्चे के कागज़ पर हरकी पैड़ी की आस्था उभर रही थी तो कोई गंगा के घाटों पर आरती के दृश्य बना रहा था। कोई भारत 2040 का सपना रंगों से गढ़ रहा था, तो कोई प्रौद्योगिकी रहित दुनिया की कल्पना में खोया था। कहीं बच्चे अपने पालतू जानवरों से बात करते हुए चित्र बना रहे थे, तो कहीं लोककथाओं के राजा–रानी फिर से जीवंत हो उठे थे।

रंगों में डूबे ये बच्चे सिर्फ चित्र नहीं बना रहे थे, वे अपनी सोच, संवेदना और सपनों की दुनिया को कागज़ पर उतार रहे थे। छोटे-छोटे कलाकार जब कार्टून, परियाँ, अंतरिक्ष यात्राएँ और खुशियों भरे संसार रच रहे थे, तब मैदान में बैठे माता-पिता की आंखों में गर्व साफ झलक रहा था।

प्रतियोगिता का उद्घाटन करते हुए प्रधानाचार्य डॉ. अनुपम जग्गा ने जब कहा कि “कला जीवन में सकारात्मकता और नई सोच को जन्म देती है,” तब सामने बैठे बच्चों के चेहरे इस बात के साक्ष्य बन चुके थे। मधुर संगीत के बीच जब नन्हे हाथ रंग भर रहे थे, तो ऐसा लग रहा था मानो पूरा परिसर एक जीवंत चित्रशाला बन गया हो।

इस प्रतियोगिता की सबसे सुंदर झलक तब देखने को मिली जब आकांक्षा विद्यालय के विशेष बच्चों ने भी आत्मविश्वास के साथ अपने चित्र बनाए। यह दृश्य बताता है कि कला किसी सीमा की मोहताज नहीं होती।

32 वर्षों से चली आ रही यह कला प्रतियोगिता अब सिर्फ प्रतियोगिता नहीं रही — यह बच्चों के सपनों को मंच देने का उत्सव बन चुकी है। डीपीएस रानीपुर का यह आयोजन हर साल यह साबित करता है कि आने वाला भारत सिर्फ तकनीक से नहीं, बल्कि संवेदनशील सोच और रचनात्मक दृष्टि से भी आगे बढ़ेगा।

जब शाम ढली और बच्चे अपने-अपने चित्र समेट कर लौटने लगे, तब उनके चेहरों पर सिर्फ थकान नहीं, बल्कि कुछ कर दिखाने की चमक थी। शायद इन्हीं रंगों से कोई भविष्य का महान कलाकार जन्म ले रहा है…