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लोगों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ कर रही दो ऐसी फैक्टरियों पर छापेमारी की गई। जहां गंदगी और मानकों के खिलाफ सोड़ा तैयार किया जा रहा था। इस दौरान पता चला कि एक फैक्टरी में बाथरूम के पानी से सोड़ा तैयार कर लोगों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ किया जा रहा था। जिलाधिकारी मयूर दीक्षित के आदेश पर की गई इस कार्रवाई में दोनों फैक्टरियों को सील कर दिया गया है। एक फैक्टरी का लाइसेंस भी निरस्त कर दिया गया है। दूसरे पर लाइसेंस भी नहीं था।
बुधवार को हरिद्वार की खाद्य सुरक्षा विभाग टीम ने जिलाधिकारी के निर्देश पर हरिद्वार इंडस्ट्रीयल एरिया और निर्मला छावनी स्थित दो अलग अलग फैक्टरियों में छापेमारी की। जिलाधिकारी को सूचना मिली थी यहां तैयार हो रहा घटिया तरीके से केमिकल मिलकार सोड़ा बनाया जा रहा है, जिससे लोगों के स्वास्थ्य को खतरा है। सूचना पर जिलाधिकारी ने खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम को मौके पर भेजा। इस दौरान मौके पर जांच के दौरान पता चला कि एक फैक्टरी में जो सोडा तैयार किया जा रहा था वह मानक के अनुसार तैयार नहीं हो रहा है। सोड़ा तैयार करने में बाथरूम का पानी यूज किया जा रहा था। खाद्य सुरक्षा निरीक्षक संजय कुमार सिंह ने बताया कि हरिद्वार इंडस्ट्रीयल एरिया में सोडा बनाने की जिस फैक्टरी में छापेमारी की गई वहां अनियमिता पायी गई। सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे जा रहे हैं, फैक्टरी का लाइसेंस निरस्त कर दिया गया है। निर्मला छावनी स्थित फैक्टरी में सोडा यूनिट में भारी अनियमितता पाई गई। यहां बाथरूम के पानी को ही सोड़ा बनाने में इस्तेमाल किया जा रहा था। उन्होंने बताया कि फिलहाल इसे बंद करवाया गया है। यहां चल रही फैक्टरी के पास लाइसेंस भी नहीं था।
धर्मनगरी में बाथरूम के पानी से बनाया जा रहा था सोड़ा



