मुख्यमंत्री पुष्कर धामी सरकार का सख्त एक्शन
देहरादून, 08 अक्टूबर 2025।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशों पर उत्तराखंड सरकार ने बच्चों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए प्रदेशभर में अवैध, असुरक्षित और निम्न गुणवत्ता वाली कफ सिरप दवाओं के खिलाफ राज्यव्यापी अभियान शुरू किया है। यह कार्रवाई अब तक की सबसे व्यापक मुहिम के रूप में सामने आई है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत के निर्देशन में खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) की टीमें प्रदेश के हर जिले में सक्रिय हैं। स्वास्थ्य सचिव एवं आयुक्त डॉ. आर. राजेश कुमार और अपर आयुक्त व ड्रग कंट्रोलर ताजबर सिंह जग्गी की देखरेख में औचक निरीक्षण और सैंपल जांच की प्रक्रिया लगातार जारी है।
देहरादून में 7 मेडिकल स्टोरों के लाइसेंस निरस्त
देहरादून में बुधवार को एफडीए की टीमों ने चकराता रोड, किशननगर चौक, बल्लूपुर, कांवली रोड, बल्लीपुर और प्रेमनगर क्षेत्रों में एक साथ छापेमारी की। औषधि निरीक्षक मानेंद्र सिंह राणा के नेतृत्व में चली इस कार्रवाई में बच्चों के लिए बिकने वाले खांसी और सर्दी-जुकाम की दवाओं के क्रय-विक्रय पर तत्काल रोक लगा दी गई। कई दुकानों के स्टॉक सील कर दिए गए, जबकि कुछ विक्रेताओं ने स्वेच्छा से संदिग्ध सिरप हटा दिए।
11 सिरप के नमूने जांच को भेजे गए, और 7 मेडिकल स्टोरों के लाइसेंस निरस्त कर दिए गए हैं।
उधम सिंह नगर : 40 नमूने जांच को भेजे
वरिष्ठ औषधि निरीक्षक नीरज कुमार और निधि शर्मा के नेतृत्व में उधम सिंह नगर जिले में 10 पेडियाट्रिक कफ सिरपों के नमूने जांच को लिए गए।
इन सिरपों में Dextromethorphan Hydrobromide, Chlorpheniramine Maleate और Phenylepherine Hydrochloride जैसे रासायनिक तत्व पाए गए हैं। अब तक जिले से 40 नमूने फॉर्म-17 में प्रयोगशाला भेजे जा चुके हैं।
हरिद्वार और रुड़की : अस्पतालों से लिए गए 15 नमूने
रुड़की के एयरन हॉस्पिटल, विनय विशाल हॉस्पिटल और हरिद्वार के मेट्रो हॉस्पिटल से एफडीए टीम ने 15 सिरप नमूने जांच के लिए लिए। औषधि निरीक्षक अनीता भारती के नेतृत्व में हुई इस कार्रवाई में 39 नमूने अब तक जिले से जांच हेतु भेजे जा चुके हैं।
हल्द्वानी : सरकारी अस्पताल से जांच के लिए सिरप जब्त
सोबन सिंह जीना बेस हॉस्पिटल की ड्रग स्टोर से 3 कफ सिरप नमूने लिए गए। ये नमूने देहरादून की प्रयोगशाला में जांच के लिए भेजे गए हैं। जबकि
कोटद्वार में ‘Respifresh TR’ सिरप का स्टॉक सीज। पौड़ी जिले के कोटद्वार में एफडीए टीम ने कल रात और आज सुबह छापेमारी कर Respifresh TR कफ सिरप का स्टॉक जब्त किया। कई मेडिकल स्टोरों से नमूने लेकर उन्हें जांच के लिए भेजा गया।
अल्मोड़ा : चौखुटिया और चांदीखेत में एनएसक्यू सिरप जब्त
अल्मोड़ा जिले के चौखुटिया और चांदीखेत में हुई छापेमारी में Respifresh TR (Batch No. R01GL2523) की 12 बोतलें जब्त की गईं।
यह सिरप पहले ही एनएसक्यू (Non-Suitable Quality) घोषित किया जा चुका है।
रुद्रप्रयाग और उत्तरकाशी में भी कार्रवाई तेज
रुद्रप्रयाग के तिलवाड़ा क्षेत्र से 4 सिरप नमूने, जबकि उत्तरकाशी में Dextromethorphan Hydrobromide, Coldrif, Respifresh TR, Relife जैसे सिरपों के नमूने लिए गए। औषधि निरीक्षक मोहम्मद ताजिम ने चेतावनी दी है कि 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को कोई भी कफ सिरप न दिया जाए।
अब तक 148 नमूने जांच को भेजे गए
प्रदेशभर में एफडीए की कार्रवाई के तहत अब तक 148 नमूने जांच के लिए भेजे गए हैं। कई प्रतिष्ठानों पर नोटिस जारी किए गए हैं और संदिग्ध स्टॉक जब्त कर सील किया गया है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का बयान है कि बच्चों के स्वास्थ्य से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। हमारी सरकार हर उस तत्व के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी जो बच्चों की जान से खिलवाड़ करेगा। दवाओं की गुणवत्ता और सुरक्षा पर किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत
स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने कहा कि एफडीए की यह कार्रवाई स्पष्ट संदेश देती है कि उत्तराखंड में बच्चों की सेहत सर्वोच्च प्राथमिकता है। जनता से अपील है कि बिना डॉक्टर की सलाह के कोई भी दवा या सिरप बच्चों को न दें।
स्वास्थ्य सचिव एवं आयुक्त डॉ.आर राजेश कुमार
“संदिग्ध सिरपों की जांच रिपोर्ट आने के बाद दोषियों पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। सभी मेडिकल स्टोरों को निर्देश दिए गए हैं कि संदिग्ध बैच नंबर की औषधियां तुरंत हटाई जाएं।”
ड्रग कंट्रोलर ताजबर सिंह जग्गी ने कहा कि पिछले चार दिनों में 27 नमूने जांच हेतु लिए गए हैं। विभाग की टीमें दिन-रात फील्ड में सक्रिय हैं।
हमारा लक्ष्य है कि किसी भी असुरक्षित औषधि को बाजार से पूरी तरह समाप्त किया जाए।