नवीन चौहान
नगर कोतवाली प्रभारी अमरजीत सिंह ने एक अजब—गजब प्रकरण को सुलझाया। युवक प्रेत आत्मा के खौफ में घर परिवार छोड़ आया तो पिता ने बेटे के अपहरण और फिरौती का मामला बताया। पुलिस ने युवक को सकुशल बरामद कराया और अपहरण और फिरौती की गुत्थी को सुलझाया। युवक के परिजनों को समझाया। तथा भीख मांगकर युवक को रोटी खिलाने वाले गरीब बाबा को भी इंसाफ दिलाया। जेल जाने से छुटकारा दिलाया।
जी हां 11 सितंबर 20021 को रात्रि 11:00 बजे के करीब पुलिस कंट्रोल रूम को एक युवक के अपहरण की सूचना मिली। पुलिस के पैरों की जमीन हिली। सूचना मिली कि दिल्ली निवासी किसी लड़के का हरिद्वार के एक बाबा ने अपहरण कर लिया। बाबा पैसे की मांग कर रहा है। कॉलर का नंबर 96*** तथा पैसे मांगने वाले का नंबर 80 ** कॉलर से आया है। कॉलर ने बताया गया कि उसका बेटा हरिद्वार घूमने गया था। और जब 80**** से उसके पास फोन आया। बताया कि उसका बेटा बाबा के पास है। आरोपी बाबा ने कुछ पैसे लेकर हरिद्वार बुलाया है। जब कॉलर ने बाबा से पैसों के बारे में पूछा कि कितने पैसे लेकर आए तो बाबा ने बताया कि तुम यहीं आ जाओ तुम्हें यही बता देंगे।
सूचना मिलते ही पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। रात्रि 10/11 सितंबर 2021 को नगर कोतवाली हरिद्वार पुलिस ने उक्त व्यक्ति अर्थात आरोपी बाबा को तलाश किया। पुलिस की मेहनत रंग लाई। पुलिस को सफलता मिली और सुबह करीब 08:00 बजे लापता पीड़ित नोरेंदर पुत्र इंदर सिंह निवासी A/490 श्याम कॉलोनी फेस 2 बुध विहार नॉर्थ वेस्ट दिल्ली को साईं घाट पर बाबा मंगलगिरी गुरु जी महंत हरभजन सिंह निवासी साईं घाट हरिद्वार के पास से सकुशल बरामद कर लिया।
बाबा से सख्ती से पूछताछ की गई। बाबा मंगल गिरि ने बताया कि 9 सितंबर से मेरे पास है। मैंने उसके पिताजी का मोबाइल नंबर लेकर उन्हें फोन किया। उनके बेटे के अपने पास सकुशल होने की जानकारी दी। क्योंकि मैं 2 दिन से उसे खाना खिला रहा हूं। इसलिए मैंने इसके पिता को दक्षिणा लेकर आने के लिए कहा था। मैंने इसकी पिता से कोई पैसे की मांग नहीं की। पुलिस ने बरामद नोरेंद्र पुत्र इंदर सिंह से पूछताछ करना शुरू किया। नोरेंद ने बताया कि वह दो-तीन हफ्ते से अपना घर छोड़ चुका है। वह पहले ऋषिकेश रह रहा था। अब हरिद्वार आकर बाबा के पास रह रहा है। मैं अपने घर नहीं जाना चाहता। मेरे अंदर प्रेत आत्मा घुस गई है। मेरा दिल्ली में गुजारा भी नहीं चल रहा है। इसलिए मैं यही रहना चाहता हूं। प्रभारी निरीक्षक कोतवाली नगर अमरजीत सिंह ने प्राइवेट नंबर से नोरेंदर के पिता इंदर सिंह के मोबाइल नंबर पर सूचना दी कि अपने बेटे को यहां आकर ले जाएं। बेटा सकुशल है। उसका कोई अपहरण नही हुआ और बाबा ने कोई फिरौती भी नही मांगी।
कोतवाल अमरजीत ने सुलझाया अजब— गजब प्रकरण: शरीर में प्रेत आत्मा और अपहरण
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