नवीन चौहान
हरिद्वार के गांवों को संवारने के लिए डीएम दीपक रावत ने पहल की है। उन्होंने गांव की सड़कों पर कूड़ा फेंकने वाले लोगों को नोटिस और चालान करने के आदेश दिए है। पहली बार की गलती पर नोटिस ग्राम प्रधान की ओर से दिए जायेंगे। अगर इसके बाद दोबारा सड़क पर कूड़ा फेंका गया तो पंचायतीराज विभाग की ओर से चालान किया जायेगा।
शुक्रवार को जिलाधिकारी दीपक रावत ने कलेक्ट्रेट कार्यालय रोशनाबाद में उत्तराखण्ड ठोस अपशिष्ट प्रबंधन नीति के अंतर्गत जिला स्तरीय समिति की समीक्षा बैठक ली। बैठक में वर्ष 2016-17 में हुए 40 जीपीआर के क्रियान्वयन की समीक्षा के साथ वर्ष 2017-18 की प्रस्तावित 51 जीपीआर की डीपीआर का अनुमोदन भी किया गया। बैठक में कूड़ा निस्तारण हेतु स्थान की उपलब्धता, जन-जागरूकता और जन सहयोग में कमी होना, उपभोक्ता शुल्क वसूलने में कठिनाईया, रख-रखाव के लिए पृथक से बजट/अनुदान की कमी संबंधी समस्याओं पर चर्चा की गयी। जिलाधिकारी ने सभी संबंधित विभागों को ठोस अपशिष्ठ प्रबंधन संबंधी जन-जागरूकता बढ़ाने, जनसहयोग प्राप्त करने तथा सभी विभागों को आपसी समन्वय के साथ कार्य करने पर बल देने के निर्देश दिये।
जिलाधिकारी ने आगामी वित्त वर्ष से ग्राम पंचायतो में निवासरत नागरिकों से डोर टू डोर कलेक्शन पर दिया जाने वाला उपभोक्ता शुल्क विभाग को न दिये जाने पर प्रथम बार प्रधानों के माध्यम से नोटिस तथा पुनरावृत्ति होने पर पंचायतीराज विभाग द्वारा चालान की कार्रवाई अमल में लायी जायेगी।