डीएम नितिन भदौरिया ने कृषकों के लिए नवीन तकनीक विकसित करने पर दिया जोर




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नवीन चौहान
उत्तराखंड के किसानों को आर्थिक संपन्न बनाने के लिए केंद्र सरकार व राज्य सरकार ने कई बेहतरीन योजनाएं शुरू की हुई है। इन योजनाओं का वास्तविक लाभ किसानों तक पहुंचाने की जिम्मेदारी संबंधित जनपद में जिलाधिकारी की होती है। किसानों की इसी बेहतरी के लिए अल्मोड़ा के जिलाधिकारी नितिन भदौरिया पूरी संजीदगी और कर्तव्यनिष्ठा से अपना फर्ज अदा कर रहे है।
बुधवार को जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया की अध्यक्षता में कृषि विभाग द्वारा संचालित कार्यक्रमों की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। कृषि विभाग द्वारा संचालित आतमा योजना अन्तर्गत आयोजित किये गये कृषि एवं विभिन्न रेखीय विभागों के कलस्टर प्रदर्शन प्रशिक्षण एवं अन्य प्रगति के बारे में पाॅवर पाइंट के माध्यम से प्रस्तुतीकरण किया गया।


जिलाधिकारी नितिन भदौरिया ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि वीपीकेएस एवं जीबी पंत संस्थान से समन्वय स्थापित करते हुए किसानों की आय को बढ़ाने के तरीके निकाले जाए। छोटे-छोटे प्रदर्शन फार्म बनाए जाए। जिसमें कृषि के साथ—साथ ही पशुपालन, मत्स्य, डेयरी, रेशम आदि की नवीन तकनीकें प्रदर्शित हो और विकसित किये जाये।
डीएम नितिन भदौरिया ने उद्यान विभाग को जनपद में पुष्प उत्पादन, मशरूम उत्पादन व दाड़िम फल आदि फलों की पटिया विकसित करने के निर्देश दिये। अभिनव कार्यक्रम के अन्तर्गत मंडुवा आदि पौष्टिक अनाजों के स्नैक्स आदि तैयार करने का प्रशिक्षण समूहों को दिलाया जाय।
बैठक में जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि जनपद के अन्तर्गत कृषि निवेशों के भण्डारण वितरण नवीनतम तकनीकों के आदान-प्रदान में सभी रेखाीय विभाग आपसी समन्वय करते हुए कृषकों को अधिकतम लाभ पहुॅचाना सुनिश्चित करें। उन्होंने जनपद में मण्डी की सम्भावना एवं उसके माध्यम से कृषकों के उत्पाद के विपणन की व्यवस्था तलाशने हेतु अधिकारियों को निर्देशित किया। बैठक में उन्होंने कृषि एवं रेखीय विभागों के समूहों को भी विभिन्न योजनाओं को तहत आच्छादित करने के निर्देश दिये।
इस दौरान उन्होंने राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन, कृषि विकास योजना, राष्ट्रीय समपोषणीय मिशन व हार्टिकलचर मिशन की वर्ष 2020-21 की कार्य योजना की जानकारी ली। बैठक में प्रभारी मुख्य कृषि अधिकारी विनोद कुमार शर्मा ने पाॅवर पाइंट प्रस्तुतीकरण के माध्यम से अनेक जानकारियाॅ दी। बैठक में प्रभागीय वनाधिकारी महातिम यादव, परियोजना निदेशक नरेश कुमार, मुख्य उद्यान अधिकारी टी0एन0 पाण्डे, जिला कार्यक्रम अधिकारी मनविन्द कौर के अलावा अन्य रेखीय विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।