उद्यम स्थापना के इच्छुक उद्यमियों को दी जायेगी हर सम्भव सहायता: डीएम स्वाति भदौरिया




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सोनी चौहान
औद्योगिक विकास को बढावा देने तथा उद्यमियों की समस्याओं का समाधान के लिए जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया की अध्यक्षता में क्लेक्ट्रेट सभागार में जिला उद्योग मित्र समिति की बैठक संपन्न हुई। जिसमें ब्याज उपादन एवं पूंजी निवेश उपादन सहायता के प्रस्तावों पर स्वीकृति दी गई। वही मिनि औद्योगिक आस्थान कालेश्वर में पूर्व में आंवटित भूखण्ड पर उद्यम स्थापित न करने वाले उद्यमियों के भूखंड निरस्त किए गए। इस दौरान हथकरघा, हस्तशिल्प एवं लघु उद्योग में बेहतर कार्य करने वाले उद्यमियों को जिला स्तरीय पुरस्कार के लिए चयन भी किया गया।


जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने उद्यमियों से उद्यम इकाईयों की स्थापना में आ रही व्यावहारिक कठिनाईयों की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि उद्यम स्थापना के इच्छुक उद्यमियों को हर सम्भव मदद दी जा रही है आगे भी दी जाएगी। मिनि औद्योगिक अस्थान कालेश्वर में पिछले कई सालों से कुछ उद्यमियों को जमीन आवंटन के बाद भी अभी तक औद्योगिक इकाईयां स्थापित न करने पर समिति ने बडी कार्यवाही की है। समिति ने पूर्व में दो उद्यमियों को आवंटित 05 भूंखडों को निरस्त कर दिए। अब 11 भूखंड आवंटन के लिए शेष है। जिलाधिकारी ने कहा कि वे स्वयं मिनी औद्योगिक कालेश्वर का फिर से निरीक्षण करेंगे और अगर किसी भी ईकाई कार्य करते हुए नही पाए गई तो सख्त कार्यवाही भी अमल में लाई जाएगी।
इसके साथ ही जिलाधिकारी ने जिला स्तरीय पुनरीक्षण समिति (डीएलआरसी) की बैठक की अध्यक्षता करते हुए बैंकर्स व रेखीय विभागों के माध्यम से लाभार्थीपरक योजनाओं के साथ ही सरकारी योजनाओं के पात्र लाभार्थियों को ऋण आवंटन की समीक्षा की। ऋण जमा अनुपात सीडी रेशियो की समीक्षा करते हुए 40% से कम रेशियो वाले बैंकर्स को कड़ी फटकार लगाते हुए सीडी रेशियो में सुधार लाने के निर्देश दिये।


किसान क्रेडिट कार्ड बनाने में कुछ बैंकों द्वारा रूचि नहीं लेने पर जिलाधिकारी ने कड़ी नाराजगी जाहिर की। उन्होंने बैंकर्स को निर्देश दिये कि कैम्प लगाकर पीएम सम्मान निधि के शतप्रतिशत किसानों के केसीसी बनाना सुनिश्चित करें। राष्ट्रीय ग्रामीण/शहरी आजीविका मिशन, पीएम शहरी आवास योजना, पीएम रोजगार सृजन कार्यक्रम, वीरचन्द्र सिंह गढ़वाली पर्यटन स्वरोजगार योजना, होमस्टे योजना, पीएम मुद्रा योजना आदि बहुउद्देश्यीय योजनाओं की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने बैंकर्स व रेखीय विभागों को आपसी समन्वय स्थापित कर पात्र लाभार्थियों को ऋण आवंटन करने के निर्देश दिए।
अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी हंसादत्त पांडे, अपर जिलाधिकारी एम एस बर्निया, सीटीओ डा तनजीव अली, लीड बैंक ऑफिसर के एस रावत, डीडीओ एस के राय, जीएम डीआईसी डा एमएस सजवाण, सीएओ आरके दोहरे, सीएचओ तेजपाल सिंह, जिला उद्योग केन्द्र के सहायक प्रबन्धक विक्रम सिंह कुंवर सहित समिति के सभी सदस्य एवं विभिन्न इकाईयों के उद्यमी मौजूद थे।