नवीन चौहान
कांस्टेबल के आत्महत्या करने की सबसे बड़ी वजह पारिवारिक है। वह अपने सगे भाई के व्यवहार से बेहद आहत था। भाई के दुर्रव्यहार ने उसको मानसिक रूप से कमजोर कर दिया था। इसीलिए वह अक्सर अपने भाई के द्वारा की गई बातचीत को सुनता रहता था। हालांकि यह तो जांच का विषय है। कमरे से कोई सुसाइड नोट बरामद नही हुआ है। पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
देहरादून के थाना रायपुर क्षेत्र में सुबह हड़कंप मच गया। जब 1997 बैंच के कांस्टेबल सुरेश कंसवाल ने अपने कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मूल रूप से चमोली कर्णप्रयाग निवासी सुरेश कंसवाल साल 1997 में पुलिस महकमे का हिस्सा बना। यूपी के दौर में भर्ती हुआ तथा सालों तक जनता की सेवा की। लेकिन अपने ही परिवार में सगे भाई व्यवहार से आहत हुआ। क्षेत्राधिकारी अनिल जोशी ने बताया कि सुरेश मानसिक तनाव से गुजर रहा था। उसने अपने भाई को पाला पोसा और शिक्षित किया। उसकी नौकरी लगी तो व्यवहार बदल गया। जिसके चलते वह तनाव में था। हालांकि सभी पहलूओं की जांच की जा रही है।





