नवीन चौहान
राजनीति में कोई स्थायी शत्रु नहीं होता है। राजनीति में मित्रता मौकापरस्ती है। कैरियर के नफा-नुकसान का गणित लगाने के बाद नेता पार्टी का झंडाबरदार बनते है। कुछ ऐसा ही हरिद्वार का एक कांग्रेसी नेता करने वाला है। सालों से कांग्रेस का झंडा उठाकर घूमने वाला ये नेता अब अपने कारोबार में चांदी कराने के लिये भाजपा की गोंदी में बैठने की तैयारी कर रहा है। उक्त कांग्रेसी नेता ने कुछ भाजपाईयों के संपर्क साधा हैं। भाजपाई भी इस कारोबारी से आर्थिक लाभ लेने के चक्कर में जल्द शामिल कराने की जुगत भिडा रहे हैं।
राजनीति समाजसेवा के लिये की जाती है। जनता की समस्याओं को दूर करने और देश का विकास करने के लिये नेता बनते है। लेकिन बदलते वक्त ने राजनीति और उसका तरीका ही बदल दिया है। अवैध कृत्यों को छिपाने के लिये राजनैतिक पार्टियों का संरक्षण सबसे महफूज माना जाता है। कानून को कारोबार के हिसाब से तय कराया जाता है। अपने कारोबार के हिसाब से सरकारी योजनाओं को लागू कराया जाता है। इसी के चलते कारोबारी लोग राजनैतिक पार्टियों का झंडा बुलंद करते है। हरिद्वार में भी एक कांग्रेसी नेता ने अपने प्रोपर्टी के कारोबार को चमकाने और कानूनी उलझनों से बचने के लिये सालों तक कांग्रेस का झंडा उठाया। लेकिन चूंकि अब कांग्रेस पार्टी उत्तराखंड की सत्ता से बेदखल हैं। कांग्रेस कई सालों तक सत्ता में आने की कोई गुंजाइश भी नहीं बची है। ऐसे में कांग्रेसी नेताओं के कारोबार भी बुरी तरह चौपट हो रहे है। इसके अलावा अपने इन कांग्रेसी नेताओं को कानून का खतरा अपने ऊपर मंडराता दिखाई दे रहा है। इसी सब का गुणा भाग करने के बाद उक्त कांग्रेसी नेता ने पाला बदलने की नई प्लानिंग की हैं। वह कांग्रेसी अब भाजपा ज्वाइन करने के मूड में है। उक्त कांग्रेसी नेता जल्द ही भगवा रंग में दिखाई देंगा।