नवीन चौहान, हरिद्वार। एसपी सिटी ममता वोहरा ने एक वीडियो फुटेज देखा तो थाने की पुलिस में करंट दौड़ गया। पुलिस एक्शन मोड में आ गई। अब आप जानना चाहते हो कि आखिर इस वीडियों में ऐसा क्या था जो पुलिस इस कदर परेशान हो गई। जी हां इस वीडियों में डकैती की वारदात की फुटेज थी। जिसमें बदमाश वारदात को अंजाम देते हुये जाते हुये दिखाई दे रहे थे। वो भी एक दो नहीं पूरे आठ से दस बदमाश। लेकिन इसी वीडियो को सिडकुल थाने की पुलिस पूरी तरह से संदिग्ध मान रही थी। पीड़ित बार-बार घटना स्थल का निरीक्षण करने पीड़ित घायलों के बयान दर्ज करने और मुकदमा दर्ज करने की मांग कर रहे थे। लेकिन पीड़ितों की बात को पुलिस अनसुना कर रही थी। एसपी सिटी और एएसपी ने इस केस में पीड़ितों की पूरी मदद करने का भरोसा दिया है। सिडकुल क्रियेटिव इंजीनियरिंग फैक्ट्री के मालिक आर्दश कालिया लूट की वारदात का मुकदमा दर्ज कराने सिडकुल थाने पहुंचे। उन्होंने थाने की पुलिस को घटना की पूरी जानकारी दी। फैक्ट्री मालिक अन्य फैक्ट्री कर्मचारियों के साथ थाने के गेट पर ही मोर्चा खोलकर खड़े हो गये। पुलिस ने घटना स्थल पर जाने की जहमत नहीं उठाई। पुलिस पूरे जानकारी को संदिग्ध मानती रही। पीड़ित फैक्ट्री मालिक बदमाशों के वीडियों फुटेज लेकर पहुंचा। पुलिस ने उसको भी गंभीरता से नहीं देखा। इसी दौरान एक वारदात का खुलासा करने एसपी सिटी ममता वोहरा और एएसपी रचिता जुयाल थाने पहुंच गई। पीड़ितों ने अपनी गुहार एसपी और एएसपी के सामने रखी तथा वीडियो फुटेज दिखाई। जिसके बाद तो मानों पुलिस के शरीर में करंट दौड़ गया। एसपी सिटी ने पीड़ितों को तत्काल मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया। पुलिस बदमाशों को पकड़ने और उनकी पहचान करने के लिये दौड़ भाग कर रही है।
पुलिस ने 100 नंबर ने भी दिया धोखा
पुलिस कंट्रोल रुम का 100 नंबर एक बार फिर धोखा दे गया। लूट की वारदात की जानकारी देने के लिये पीड़ित 100 नंबर पर फोन लगाते रहे। लेकिन वह तो कहीं दूसरे राज्य में जाकर मिल गया। बकौल पीड़ित 40 बार 100 नंबर पर फोन किया गया।