- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व की सराहना, कहा- देश व प्रदेश विकास के मार्ग पर अग्रसर
न्यूज 127, हरिद्वार।
“दीपावली के अवसर पर हम सभी को अपने घरों और मंदिरों में मिट्टी के दीए जलाने चाहिए, जिससे परंपराओं का संरक्षण होगा और स्थानीय कुम्हारों एवं शिल्पकारों को भी आर्थिक सहयोग मिलेगा।”
यह संदेश अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष एवं श्री मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्र पुरी महाराज ने दीपोत्सव के अवसर पर देशवासियों को दिया।

श्रीमहंत रविंद्र पुरी महाराज ने कहा कि दीपावली अंधकार से प्रकाश, बुराई पर अच्छाई और असत्य पर सत्य की विजय का पर्व है। इसे हमें भारतीय संस्कृति की गरिमा के अनुरूप, पारंपरिक और पर्यावरण-मित्र तरीके से मनाना चाहिए। उन्होंने सभी से अपील की कि इस बार “फ्रेंडली दीपोत्सव” मनाएं- ऐसा दीपोत्सव जो न केवल आनंददायक और सुरक्षित हो, बल्कि प्रकृति-संरक्षक भी बने।
उन्होंने पर्यावरण की रक्षा के लिए पटाखों से दूरी बनाने और प्राकृतिक संसाधनों की बचत करने का आग्रह किया। कहा कि “हमारा प्रयास होना चाहिए कि दीपावली पर खुशियां बांटें, प्रदूषण नहीं।” इस अवसर पर श्रीमहंत जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा कि दोनों ही नेतृत्वकर्ताओं के मार्गदर्शन में देश और प्रदेश चहुंमुखी विकास की ओर अग्रसर हैं। “चाहे वह बुनियादी ढांचे का निर्माण हो, धार्मिक पर्यटन का विस्तार या युवाओं के लिए रोजगार सृजन- हर क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव स्पष्ट दिखाई दे रहा है,” उन्होंने कहा।
हरिद्वार जैसे पवित्र नगर की विशेषता बताते हुए महंत रविंद्र पुरी महाराज ने कहा कि यहां दीपावली का पर्व आध्यात्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। उन्होंने श्रद्धालुओं से अनुरोध किया कि वे मंदिरों में दर्शन के दौरान स्वच्छता और अनुशासन का पालन करें तथा सद्भावना बनाए रखें। अंत में उन्होंने सभी देशवासियों को दीपावली की मंगलकामनाएं देते हुए कहा- “प्रकाश का यह पर्व आपके जीवन में सुख, समृद्धि और शांति लेकर आए। आइए, हम सभी फ्रेंडली दीपोत्सव मनाएं- मिट्टी के दीए जलाएं, परंपराओं को निभाएं और प्रकृति को अपनाएं।”