गगन नामदेव
कोरोना संक्रमण को कमजोर समझने की भूल आपकी जिंदगी पर भारी पड़ सकती है। कोरोना संक्रमण अपने भयावय रूप में जिंदा है और लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है। कोरोना वैक्सीन को लेकर केंद्र सरकार की तैयारी पूरी है। लेकिन इस वैक्सीन से पूर्व संक्रमण से बचकर रहना बहुत जरूरी है। कोरोना संक्रमण की चपेट में आकर मरने वाले लोगों के परिजनों से पूछकर देखा तो पता चलेगा कि इस संक्रमण की कैसी स्थिति है। ऐसे में सावधानी ही बचाव है। दो गज की दूरी और मास्क आपके लिए बेहद जरूरी है। फिलहाल जिंदगी को सुरक्षित बचाकर रखने के लिए मास्क ही सबसे कारगर है।
कोरोना संक्रमण एक भयंकर महामारी है। इसके भयंकर दुष्परिणाम देखने को मिले है। केंद्र व राज्य सरकार पिछले 11 महीनों से कोरोना संक्रमण से संघर्ष कर रही है। देश की जनता को इस संक्रमण से बचाने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है। लेकिन जनता केंद्र सरकार की गाइड लाइन पर गंभीरता से ध्यान नहीं दे रही है। सरकार के निर्देशों पर जिला प्रशासन सख्ती से मास्क पहनाने पर जोर दे रही है। अगर हरिद्वार जनपद की बात करें तो जिलाधिकारी सी रविशंकर प्रत्येक सप्ताह कोरोना संक्रमण के संबंध में दिशा निर्देशों की जानकारी जनता को दे रहे है। मास्क और शारीरिक दूरी के नियम के पालन को जरूरी बता रहे है। वैक्सीन के संबंध में की गई तैयारियों की जानकारी जनता को दे रहे है। जिलाधिकारी सी रविशंकर के प्रयासों के बाबजूद जनता मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग को गंभीरता से नहीं ले रही है।
लेकिन सोमवार को गुरूकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के कर्मचारी राजीव त्यागी की कोरोना संक्रमण से मौत कई सवाल छोड़ गई है। आखिरकार इस संक्रमण से खुद को बचाकर रखने की गंभीरता को कब समझा जायेगा। जब ये संक्रमण हमको खुद अस्पताल पहुंचा देगा। अरे भाई अपनी नही तो अपने बाद अपने परिवार के बारे में तो सोचो। आप नहीं रहोगे तो आपके बच्चों पर क्या बीतेगी। कोरोना संक्रमण से मुकाबला करना छोड़ा और इससे दूरी बनाना ही बेहतर है।
हवा में घूम रहा कोरोना और छीन सकता है आपकी जिंदगी

