अधिकारियों व कार्मिकों की समयबद्धता, उपस्थिति एवं जनसमस्याओं के त्वरित निस्तारण के दिए निर्देश
हरिद्वार
आमजन की समस्याओं के त्वरित समाधान एवं अधिकारियों-कर्मचारियों की कार्यप्रणाली में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने शुक्रवार को तहसील रुड़की कार्यालय का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने विभिन्न पटलों का अवलोकन कर कर्मचारियों से कार्यों की जानकारी ली और निर्देश दिए कि तहसील में आने वाले प्रत्येक व्यक्ति की समस्या का समयबद्ध एवं प्राथमिकता के आधार पर समाधान किया जाए।
जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने स्पष्ट निर्देश दिए कि कार्यालय में किसी भी स्तर पर लापरवाही या शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि तहसील स्तर पर लंबित वादों का निस्तारण प्राथमिकता से किया जाए, विशेषकर अवैध खनन से संबंधित मामलों को तत्परता से निपटाया जाए।
उन्होंने राजस्व वसूली कार्यों की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि सभी वसूली कार्य समयबद्धता और प्राथमिकता के साथ पूर्ण किए जाएं। जिलाधिकारी ने रिकॉर्ड रूम का भी निरीक्षण किया और अभिलेखों को सुव्यवस्थित तरीके से सुरक्षित रखने के निर्देश दिए।
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने कार्मिकों की उपस्थिति रजिस्टर एवं बायोमेट्रिक सिस्टम की जांच की। उन्होंने निर्देश दिए कि सभी अधिकारी एवं कर्मचारी अनिवार्य रूप से अपनी उपस्थिति बायोमेट्रिक माध्यम से दर्ज करें और कार्यालय समय का पूर्णतः पालन करें।
उन्होंने सभी पटल सहायकों को पत्रावलियों के उचित रखरखाव एवं जनसमस्याओं के शीघ्र निस्तारण के निर्देश देते हुए कहा कि जनसंपर्क में संवेदनशीलता और जवाबदेही दोनों का समावेश होना चाहिए।
इस अवसर पर जॉइंट मजिस्ट्रेट रुड़की दीपक रामचंद्र सेठ, खंड विकास अधिकारी रुड़की सुमन कोटियाल, नायब तहसीलदार रुड़की प्रवीण त्यागी, नायब तहसीलदार मंगलौर यूसुफ अली सहित तहसील के पटल सहायक एवं अन्य कर्मचारी उपस्थित रहे।





