जेल के बंदियों ने लगायी प्रदर्शनी, जिला जज ने बढ़ाया मनोबल




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न्यूज 127.
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण हरिद्वार के द्वारा जिला कारागार में बन्दियों द्वारा निर्मित वस्तुएँ व बाल सम्प्रेशण गृह में बालकों द्वारा बनायी गई कलाकृतियों की एक प्रदर्शनी न्यायालय परिसर हरिद्वार में लगाई गई। यह प्रदर्शनी 23 नवंबर तक चलेगी। प्रदर्शनी का शुभारंभ जिला विधिक सेवा प्राधिकरण हरिद्वार के अध्यक्ष/जनपद न्यायाधीश प्रशांत जोशी द्वारा किया गया।

इस अवसर पर मीडिया से वार्ता करते हुए जनपद न्यायाधीश ने कहा गया कि आम जनता की पहुँच कारागार तक नहीं हो पाती है, इसीलिए इस प्रदर्शनी का आयोजन न्यायालय परिसर में किया गया है। वस्तुओं की बिक्री से एक तरफ तो बन्दियों का मनोबल बढ़ेगा तथा कारागार की आय भी बढ़ेगी। भविष्य में प्रयास करेंगे ऐसी प्रदर्शनियां अलग-अलग स्थानों पर हो सके। आगामी 14.12.2024 को लगने वाली राष्ट्रीय लोक अदालत के विषय में बताते हुए कहा कि प्रत्येक लोक अदालत में निपटान होने वाले वादों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। लोक अदालत में सुलह समझौते के आधार पर व समनीय मामलाओं का निपटारा कराया जा सकता है। लोक अदालत में निर्णित हुए वादों की अपील भी नहीं होती है। जिन पक्षकारों के मामले उपरोक्त की श्रेणी में आते हैं वह वादकारी 14.12.2024 को राश्ट्रीय लोक अदालत के अवसर पर अपने वाद का निपटारा कर सकते हैं।

प्रदर्शनी में अपर जिला जज प्रथम अंजू श्री जुयाल, स्पेशल फास्ट ट्रैक पोक्सो कुसुम साहनी, अपर जिला जज द्वितीय संजीव कुमार, अपर जिला जज तृतीय अनिरूध भट्ट, स्पेशल फास्ट ट्रैक कोर्ट चन्दमणि राय, परिवार न्यायाधीश रमा पाण्डे, शिवाकांत द्विवेदी, सिविल जज वरिष्ठ प्रभाग, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, तथा समस्त न्यायिक मजिस्ट्रेट, लक्सर व रूडकी से समस्त न्यायिक अधिकारी गण ने सांयकालीन इस प्रदर्शनी में शिरकत की।

इस अवसर पर जिला बार संघ के अध्यक्ष नमित शर्मा ने कहा कि बन्दियों व सुधार गृह में बालकों द्वारा तैयार की गई वस्तुओं व कलाकृतियों की प्रदर्शनी लगाने से आम जनता को पता चलेगा कि जेल में बन्दियों का कार्य क्षमता का विकास भी होता है।

इस अवसर पर जिला बार संघ के अधिवक्ता तरसेम चौहान, कुलदीप सिंह, अविनाश शर्मा, प्रवीण चौहान, संजय चौहान, नीरज धारीवाल, आदेश चौहान, सुनील शर्मा, अजरा कोमल, संगीता भारद्वाज, जिगर श्रीवास्तव, दिक्षा सिंह, सीमा चौहान, राकेश सैनी, भारत भूषण, संतोष कुमार चन्द्रा, मनोज धिमान आदि अधिवक्ता उपस्थित रहे। प्रदर्शनी से सामान क्रय किया। प्रथम दिवस ही लगभग 74 वस्तुओं की बिक्री हुई व लगभग 50 वस्तुओं को बुक किया गया।