चतुर्थ श्रेणी राज्य कर्मचारियों का गोल्डन कार्ड बीमार, पदोन्नति और पौष्टिक आहार भत्ता देने में सरकार लाचार




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न्यूज127
चतुर्थ श्रेणी राज्य कर्मचारी संघ चिकित्सा स्वास्थ्य सेवाएं उत्तराखंड तमाम समस्याओं से जूझ रहा है। पदोन्नति और पौष्टिक आहार भत्ता न मिलने से कर्मचारी बुरी तरह से आहत है। लेकिन अब गोल्डन कार्ड खुद बीमार हो गया है। जिसके चलते कर्मचारियों में आक्रोश पनपने लगा है। इस संबंध में कर्मचारी संघ 11 अप्रैल 2025 को महानिदेशक स्वास्थ्य से वार्ता करेंगे और अपनी समस्याओं का समाधान कराने का प्रयास करेंगे।
चतुर्थ श्रेणी राज्य कर्मचारी संघ चिकित्सा स्वास्थ्य सेवाएं उत्तराखंड
ने 08 अप्रैल 2025 को मेला चिकित्सालय परिसर में एक बैठक का आयोजन किया। जिसमें कर्मचारियों की पदोन्नति, लैब सहायक, डॉर्करुम सहायक ओटी सहायक के पदों पर एवं कनिष्ठ सहायक के रिक्त पदों पर पदोन्नति। नर्सेस संवर्ग की भांति चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को पौष्टिक आहार भत्ता दिया जाना चाहिए। लेकिन सबसे बड़ी समस्या गोल्डन कार्ड की है कि कर्मचारियों का प्राइवेट चिकित्सालयों में तो दूर की बात है, राजकीय चिकित्सालय में गोल्डन और आयुष्मान नहीं चल रहे हैं। जिसके कारण कर्मचारियों को कैश जमा कर इलाज कराया जा रहा है जिसके कारण कर्मचारियों में आक्रोश व्याप्त है।
प्रदेश अध्यक्ष दिनेश लखेड़ा प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र तेश्वर वरिष्ठ सलाहकार मूल चंद चौधरी ने बताया कि कर्मचारियों की मांग लगभग 04 साल से लंबित है कर्मचारियों की पदोन्नति 2016 अगस्त में हुई थी। उसके बाद आज तक पदोन्नति नहीं हुई है। जबकि कई बार अवगत कराने के बाद भी आज तक पदोन्नति नहीं हुई है। पद कम होने के कारण कई कर्मचारी पदोन्नति की आस में सेवानिवृत हो गए हैं। इसी कारण तत्कालीन महानिदेशक से समझौता वार्ता में आईपीएचएस मानकों के तहत डॉर्करूम सहायक ओटी सहायक लेब सहायक के पदों पर 50प्रतिशत पदोन्नति करने के हुआ था। किंतु अध्यावधि तक इस संबंध में कोई भी कार्यवाही नहीं की गई है, जो कि न्यायोचित नहीं है।
प्रदेश ऑडिटर महेश कुमार जिलामंत्री राकेश भंवर संरक्षक शीशपाल ने सवाल उठाए कि जब कर्मचारियों का गोल्डन कार्ड के लिए वेतन से हर माह रुपया काटा जाता है उसके बाद भी कर्मचारियों को राजकीय चिकित्सालय में एमआरआई के लिए रुपया जमा करना पड़ रहा है। आज की बात है तहसील हरिद्वार से विक्रम सिंह राणा अपनी पत्नी का एमआर आई कराने पहुंचे तो उन्हें कहा गया कि गोल्डन और आयुष्मान कार्ड नहीं चल पा रहा है। जिसके कारण उनको रुपया जमा कराकर एमआर आई कराना पड़ा। जिसके लिए संगठन महानिदेशक को अवगत करा कर या गोल्डन कार्ड ओपीडी से लेकर भर्ती तक पूरा इलाज होना चाहिए। फिर हमारे कार्ड के रुपए काटने बंद होने चाहिए।
प्रदेश अध्यक्ष दिनेश लखेड़ा ने बताया कि देहरादून से संगठन के पदाधिकारियों की बैठक होगी और उसके बाद महानिदेशक से समझौता वार्ता होगी। वार्ता सफल न होने की स्थिति में वहीं से आंदोलन की घोषणा कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि आयुर्वेदिक चिकित्सालय विश्विद्यालय के कर्मचारियों की पदोन्नति लेब सहायक डॉर्करुम सहायक ओटी सहायक, पंचकर्म सहायक, लाइब्रेरी सहायक में की जानी चाहिए थी किंतु विश्विद्यालय प्रशासन भी मौन बैठा है। महानिदेशक के बाद कुलसचिव से भी वार्ता की जाएगी।
बैठक/आक्रोश व्यक्त करने वालों में दिनेश लखेडा, महेश कुमार, राजेन्द्र तेश्वर, राकेश भंवर, मूल चंद चौधरी,शीशपाल, रामरतन, नितिन, सुरेश चंद, छत्रपाल सिंह इत्यादि शामिल थे।